Ramlala Pran Pratishtha: जिस ऐतिहासिक क्षण का इंतजार रामभक्त वर्षों से कर रहे थे, वह साकार हो चुका है। रामलला की भव्यमंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है।
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गर्भगृह में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई
उद्घाटन और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम शुभ मूहुर्त में संपन्न हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में आज शुभ मूहुर्त के हिसाब से मंदिर के गर्भगृह में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई। पंडित लक्ष्मीकांत मथुरानाथ दीक्षित और गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने प्राण प्रतिष्ठा की वैदिक प्रक्रिया संपन्न कराई और रामलला बरसों बाद अपने मूल स्थान पर स्थापित हुए।
प्राण प्रतिष्ठा से पहले ग्यारह दिन का यम तप
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर देशभर के गणमान्य अतिथि भी मंदिर परिसर में मौजूद रहे। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान मंदिर के गर्भगृह में सिर्फ पांच लोग ही मौजूद थे, इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत शामिल थे। पीएम मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा से पहले ग्यारह दिन का यम तप किया था। पीएम मोदी हाथों में पूजा की सामग्री लेकर मंदिर के गर्भगृह तक पहुंचे थे। शुभ मूहुर्त में प्रतिष्ठा संपन्न होने करीब आधे घंटे तक पीएम रामलला के गर्भ गृह में रहे और पूजन अर्चन किया।
रामलला के नवीन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा Ramlala Pran Pratishtha
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि मध्यान्ह में साढ़े बारह बजे (12-29) बजे रामलला के नवीन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की गयी।
रामलला की गर्भगृह में हुई स्थापना
राम मंदिर के गर्भगृह में भगवान रामलला के श्यामल रंग की 51 इंच की प्रतिमा को विराजित किया गया है। जो भगवान राम के पांच वर्षीय बाल स्वरूप की है। इसका वजन 200 किलोग्राम है।
श्रद्धालु के लिए रामलला के दर्शन Ramlala Pran Pratishtha
23 जनवरी से श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए आज सकेंगे। मंगलवार से अयोध्या में बड़ी संख्या में रामभक्त अयोध्या पहुंचेंगे।
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