रडार पर इमीग्रेशन कंपनियां, फर्जी पासपोर्ट से विदेश भागे पंजाब के 47 गैंगस्टर: Punjab Immigration Companies

Punjab Immigration Companies
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Punjab Immigration Companies: पंजाब समेत देश के विभिन्न राज्यों में वारदातों के बाद विदेश भागे गैंगस्टरों और अन्य अपराधियों से निपटने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय कड़ी मेहनत कर रहा है। जांच में पता चला कि इन फर्जी पासपोर्ट बनाने वालों का पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और झारखंड में गठजोड़ है। पंजाब पुलिस और दूसरे राज्यों की पुलिस की जांच में पता चला है कि ए और बी श्रेणी के 153 बड़े अपराधी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट बनवाकर विदेश भागने में कामयाब रहे हैं।

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जांच की जिम्मेदारी एनआईए को सौंप दी गई

इनमें से 47 अपराधी पंजाब के हैं. ये 47 गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नाई, गोल्डी बराड़ और जग्गू भगवानपुरिया जैसे अपराधियों के हैं। इस इनपुट के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर ऐसे मामलों की जांच की जिम्मेदारी एनआईए को सौंप दी गई है। अब एनआईए पासपोर्ट बनाने वालों की जांच करेगी और फर्जी दस्तावेजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। इसके अलावा गंभीर आपराधिक मामलों में शामिल 400 से अधिक अपराधियों के तैयार पासपोर्ट की भी जांच की जा रही है। ये मामले 6 राज्यों से जुड़े हैं।

बड़ी संख्या में युवा विदेश जाते हैं

जांच से पता चला कि पंजाब के प्रमुख जिलों, खासकर मोहाली, लुधियाना, जालंधर, अमृतसर, पटियाला, लुधियाना आदि में ये फर्जी दस्तावेज बनाने वाले लोगों के एक बड़े नेटवर्क से इनपुट मिले थे। इन जिलों से बड़ी संख्या में युवा विदेश जाते हैं, जिससे यहां ट्रैवल एजेंटों का काम खूब फल-फूल रहा है। फर्जी दस्तावेज तैयार कर विदेश भेजने वाले लोगों के खिलाफ पंजाब पुलिस और एनआईए संयुक्त अभियान चलाएगी और फर्जी दस्तावेज तैयार कर पासपोर्ट बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।

गैंगस्टर नेपाल के रास्ते विदेश भागने में कामयाब

विदेश भागने वालों के लिए नेपाल एयरपोर्ट और इमीग्रेशन कंपनियां पहली पसंद हैं. केंद्रीय और राज्य एजेंसियों की जांच से पता चला है कि ज्यादातर गैंगस्टर नेपाल के रास्ते विदेश भागने में कामयाब रहे। ये विदेशों में अपना गैंग खड़ा कर रहे हैं। इनमें सतिंदरजीत सिंह उर्फ ​​गोल्डी बराड़, दरमनजीत सिंह उर्फ ​​दरमन काहलों अमेरिका में बैठे, सलखबीर सिंह उर्फ ​​लंडा, अर्शदीप सिंह उर्फ ​​अर्श दल्ला, रमनदीप उर्फ ​​रमन जज-कनाडा और सुखप्रीत धुन्नीके कनाडा में बैठे हैं। विभिन्न जांच एजेंसियों की संयुक्त बैठक के दौरान केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से मिले निर्देशों के बाद संबंधित गैंगस्टरों के नेटवर्क को लेकर अलग से जांच शुरू कर दी गई है। विदेश भागने वाले सभी गैंगस्टर अपने असली नाम से विदेश नहीं गए।

नाम बदलकर दस्तावेज तैयार Punjab Immigration Companies

वे भारत के किसी भी राज्य में अपना नाम बदलकर पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज तैयार कराते हैं और उसके आधार पर नेपाल के रास्ते दूसरे देशों में भाग जाते हैं। गैंगस्टर अपने मूल राज्यों से फर्जी दस्तावेज बनवाने के बजाय दूसरे राज्यों से आधार कार्ड, पैन कार्ड, राशन कार्ड, वोटर कार्ड आदि बनवाते हैं।

पंजाब से विदेश भागे 47 गैंगस्टर Punjab Immigration Companies

इनमें ट्रैवल एजेंटों की अहम भूमिका सामने आई है। पंजाब से विदेश भागे 47 गैंगस्टर पैसे के बल पर अपने गुर्गों के जरिए पंजाब और देश के अन्य राज्यों में वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। ये गैंगस्टर पंजाब में हत्या, जबरन वसूली आदि के मामलों में वांछित हैं। इन गैंगस्टर्स में सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या का मास्टरमाइंड गोल्डी बरार टॉप पर है। गोल्डी अमेरिका में नाम बदलकर रह रहा है। उसके आरपीजी हमले के मास्टरमाइंड लखबीर लांडा से संबंध हैं।

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