नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़: एयरफोर्स अधिकारी ने बताया पूरा घटनाक्रम
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई, जिससे देशभर में शोक की लहर दौड़ गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई नेताओं ने इस दुखद घटना पर संवेदना व्यक्त की है। घटना से जुड़े नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं, जिनमें भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी ने प्रत्यक्षदर्शी के रूप में अपना बयान दिया है।
वायुसेना के सार्जेंट ने बताया आंखों देखा हाल
भारतीय वायुसेना के एक सार्जेंट, जो उस समय स्टेशन पर मौजूद थे, ने भगदड़ की भयावह स्थिति के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं और अन्य यात्रियों की भारी भीड़ स्टेशन पर जमा हो गई थी। प्रशासन द्वारा समझाने और घोषणाओं के बावजूद, भीड़ बेकाबू रही।
“हमने लोगों को समझाने की कोशिश की, घोषणाएं भी कीं, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था। प्रशासन भी भीड़ को काबू में करने की पूरी कोशिश कर रहा था, फिर भी हालात बिगड़ते चले गए। मैंने अपने दोस्त की मदद से घायलों को निकालने में सहायता की,” – वायुसेना सार्जेंट।
प्रशासन के प्रयास नाकाम, भीड़ हुई बेकाबू
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने भगदड़ की भयावहता के बारे में कहा कि फुट ओवर ब्रिज पर इतनी भीड़ पहले कभी नहीं देखी गई थी। त्योहारों के दौरान भी रेलवे स्टेशन पर ऐसी स्थिति नहीं बनी थी।
“जब भीड़ सीमा से अधिक हो गई, तो उसे नियंत्रित करना असंभव हो गया। प्रशासन और एनडीआरएफ के जवान भी वहां मौजूद थे, लेकिन हालात काबू से बाहर हो गए,” – प्रत्यक्षदर्शी।
परिवार ने खो दिए अपने प्रियजन
एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती एक पीड़ित के भाई ने बताया कि वे 12 लोग महाकुंभ के लिए जा रहे थे, लेकिन भगदड़ में उसकी बहन की मौत हो गई।
“हम सीढ़ियों पर थे, मेरी बहन भीड़ में फंस गई। आधे घंटे बाद उसे पाया, तब तक वह मर चुकी थी,” – पीड़ित का भाई।
बिहार के पटना निवासी पप्पू ने बताया कि उनकी मां इस हादसे का शिकार हो गईं।
प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणा बनी हादसे की वजह?
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि ट्रेन के प्लेटफार्म बदलने की घोषणा के कारण भगदड़ मच गई।
“घोषणा की गई कि प्लेटफॉर्म नंबर 12 पर आने वाली ट्रेन अब प्लेटफॉर्म 16 पर आएगी। इससे दोनों तरफ से भीड़ उमड़ पड़ी और भगदड़ मच गई,” – प्रत्यक्षदर्शी।
रेलवे डीसीपी का बयान: ‘कुछ ही देर में हुआ सब कुछ’
रेलवे के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने कहा कि अधिकारियों को पहले से बड़ी भीड़ की आशंका थी, लेकिन भगदड़ इतनी तेजी से हुई कि उसे रोकना मुश्किल हो गया।
“हमें भीड़ की उम्मीद थी, लेकिन यह सब अचानक हुआ। रेलवे द्वारा इस मामले की जांच की जा रही है और घटना के पीछे का असली कारण जल्द ही सामने आएगा,” – डीसीपी मल्होत्रा।