हरियाणा के पानीपत में केंद्रीय नागरिक उड्डयन व स्टील मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पानीपत उनके लिए एक भावनात्मक जगह है। उन्होंने कहा कि पानीपत में 60,000 से अधिक मराठा सैनिकों ने विदेशी आक्रांताओं के खिलाफ लड़ाई लड़ी और शहीद हो गए।
सिंधिया ने कहा कि शिवाजी महाराज ने 12 वर्ष की उम्र में प्रण लिया था कि वे देश को विदेशी आक्रांताओं से मुक्त करेंगे। उन्होंने कहा कि सिंधिया परिवार ने भी इस प्रण को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सिंधिया ने कहा कि उनके पूर्वज महादजी सिंधिया ने सोमनाथ मंदिर का दरवाजा लाहौर से वापस लाकर भारत लाया था। उन्होंने कहा कि महादजी के वंशज बैजाबाई महारानी अहिल्या बाई होलकर ने काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण किया था।
सिंधिया ने कहा कि मराठा शासकों ने भारत की संस्कृति को बढ़ावा देने का काम किया। उन्होंने कहा कि मराठाओं ने भारत को एक शक्तिशाली राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सिंधिया ने पानीपत में मराठा योद्धाओं की वीरता को भी याद किया। उन्होंने कहा कि मराठा योद्धाओं ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।
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