हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन (एचसीएमएस) के बैनर तले शनिवार को रोहतक के सरकारी चिकित्सकों ने दो घंटे की पेन डाउन हड़ताल की। हड़ताल के कारण मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
सुबह नौ बजे से 11 बजे तक चिकित्सक ओपीडी में मरीजों के इलाज से खुद को दूर रखते हुए विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन करते रहे। इस दौरान अस्पतालों में ओपीडी रजिस्ट्रेशन भी बंद रहे।
हड़ताल से सबसे ज्यादा परेशानी गर्भवती महिलाओं को हुई। उन्हें अपने प्रसव के लिए अस्पतालों में घंटों तक इंतजार करना पड़ा। कई महिलाओं को प्राइवेट अस्पतालों में जाना पड़ा।
चिकित्सकों ने सरकार से अपनी मांगों को पूरा करने की मांग की है। उनकी मांगों में शामिल हैं:
- चिकित्सकों के लिए एक विशेषज्ञ कैडर का गठन।
- गतिशील सुनिश्चित कैरियर प्रगति (एसीपी) योजना लागू हो।
- एसएमओ की सीधी भर्ती पर तुरंत रोक लगाई जाए।
- पीजी के लिए बान्ड राशि एक करोड़ से 50 लाख रुपये किए जाने की मांग।
- ग्रामीण क्षेत्रों को दूरस्थ घोषित कर पीजी कोटा बहाल करने की मांग।
- चिकित्सकों के लिए पीजी कोटा।
- स्पेशलिस्ट के लिए अतिरिक्त इंसेटिव।
- चिकित्सक की 10 साल में प्रमोशन।
- जल्द पीजी पालिसी बनाने की मांग।
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