Panipat : पानीपत के SI की आंसू गैस के धुएं में दम घुटने से मौत

सब इंस्पेक्टर हीरालाल का फाइल फोटो।
  • कुछ महीने ही बाकी थे रिटायरमेंट के, शंभू बॉर्डर पर थी ड्यूटी
  • पत्नी का डेढ़ साल पहले हो चुका है निधन और मृतक एसआई के हैं दो बेटों

पानीपत : पानीपत के सब इंस्पेक्टर (SI) हीरालाल (58) की आंसू गैस के धुएं में दम घुटने से मौत हो गई। हीरालाल पानीपत के समालखा में राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) में तैनात थे। किसान आंदोलन के चलते उनकी ड्यूटी अंबाला रेलवे पुलिस में लगी हुई थी। हीरालाल 12 फरवरी को ही किसान आंदोलन के चलते अंबाला रेलवे पुलिस की नफरी में गए थे। हीरालाल की 13 फरवरी को घग्गर रेलवे ट्रैक पर ड्यूटी लगी थी। उसी दिन आंसू गैस के गोले में चक्कर खाकर गिर गए। उन्हें उपचार के लिए अंबाला कैंट सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया। वहां शुक्रवार को उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई।

करीब डेढ़ साल पहले पत्नी की हो चुकी है कैंसर से मौत : हीरालाल के बेटे गगन के दोस्त अभिषेक ने बताया कि हीरालाल मूल रूप से सोनीपत के खरखौदा के रहने वाले थे। उनकी समालखा के चुलकाना में ससुराल थी। पहले उनका परिवार यहीं रहता था। करीब डेढ़ साल पहले उनकी पत्नी कृष्णा कुमारी की कैंसर से मौत हो गई थी। इसके बाद परिवार चुलकाना से समालखा सिटी की न्यू दुर्गा कॉलोनी में शिफ्ट हो गए थे। पत्नी की मौत के बाद हीरालाल की बदली अंबाला से समालखा GRP में हो गई थी। सितंबर 2024 में उनकी रिटायरमेंट होनी थी।

हीरालाल 2 बेटों के पिता थे : हीरालाल के 2 बेटे हैं। जिनमें बड़ा बेटा गगन 19 साल का है, वह पानीपत के एक कॉलेज में बी-कॉम का छात्र है, जबकि छोटा बेटा मयंक 12 साल का है। वह पांचवीं कक्षा का छात्र है। माता-पिता के देहांत के बाद दोनों भाई अकेले रह गए।

जीआरपी  पानीपत  प्रभारी सूरत पाल सिंह ने बताया कि  सब इंस्पेक्टर हीरालाल को 11 फरवरी को अंबाला मुख्यालय भेजा गया था। मुख्यालय से उनकी ड्यूटी किसानों के दिल्ली कूच आंदोलन में लगी थी। इसके बाद शुक्रवार को हीरालाल की मौत की सूचना मिली है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असल कारण का पता लगेगा।