मानसून की पहली बारिश में दिल्ली की ड्रेनेज सिस्टम ध्वस्त हो गई, जिसके कारण शहर में व्यापक जलभराव और जाम की स्थिति पैदा हो गई। 1936 के बाद पहली बार 24 घंटे में 228 मिमी बारिश होने से कई इलाकों में ड्रेन ओवरफ्लो हो गया।
दिल्ली सरकार ने जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए आपात बैठक बुलाई और महत्वपूर्ण निर्णय लिए:
1. 24/7 निगरानी: जल संसाधन विभागों (DJB, MCD, I&FD) का एक संयुक्त आपातकालीन नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा।
2. तत्काल प्रतिक्रिया: सभी विभाग आज रात तक अपने स्थिर और मोबाइल जल पंपों की जांच करेंगे और उन्हें सक्रिय रखेंगे।
3. त्वरित समाधान: जलभराव वाले क्षेत्रों में त्वरित प्रतिक्रिया दल तैनात किए जाएंगे।
4. नाली सफाई: DJB के हर जोन में रीसायकलर लगाए जाएंगे और नालों की सफाई के लिए श्रमिकों को तैनात किया जाएगा।
हेल्पलाइन: जलभराव की शिकायत के लिए दिल्लीवासियों से 1800110093 पर कॉल करने या 8130188222 पर व्हाट्सएप करने का अनुरोध किया गया है।
दिल्ली सरकार का LG पर पलटवार: दिल्ली सरकार ने LG वीके सक्सेना के आरोपों को राजनीतिक करार दिया और कहा कि “यह समय राजनीति करने का नहीं है, बल्कि मिलकर समस्या का समाधान करने का है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि NDMC क्षेत्रों और हवाई अड्डे पर भी जलभराव और क्षति हुई है।