राजस्थान सरकार ने पेपर लीक और संगठित अपराध पर लगाम लगाने के लिए बड़ी कार्रवाई की

सरकार ने पेपर लीक मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है, जबकि संगठित अपराधों पर रोक लगाने और अपराधियों पर कार्रवाई करने के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया है।

एसआईटी का नेतृत्व एडिशनल डीजीपी तकनीकी सेवा वीके सिंह करेंगे। एसआईटी में एक एडीजी, एक-एक आईजी/डीआईजी/एसपी, चार एडिशनल एसपी, आठ डीएसपी, 10 इंस्पेक्टर/एसआई, 10 एएसआई/हेड कांस्टेबल, 15 कांस्टेबल और कांस्टेबल कंप्यूटर ऑपरेटर समेत 50 सदस्य होंगे।

एसआईटी की जांच का दायरा व्यापक होगा। एसआईटी पेपर लीक के सभी मामलों की जांच करेगी, जिसमें राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET) पेपर लीक मामला भी शामिल है। एसआईटी अपराधियों की संपत्ति जब्त और कुर्की करने का भी अधिकार रखेगी।

एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का नेतृत्व एडिशनल डीजीपी क्राइम दिनेश एमएन करेंगे। टास्क फोर्स में एक एडीजी, एक-एक आईजी/डीआईजी/एसपी, दो एडिशनल एसपी, चार डीएसपी, चार इंस्पेक्टर, 12 एसआई व एएसआई, 40 हेड कांस्टेबल/कांस्टेबल और कांस्टेबल कंप्यूटर ऑपरेटर समेत 65 सदस्य होंगे।

टास्क फोर्स प्रदेश की गैंग्स की पहचान करेगा और उनका डाटाबेस तैयार कर उन पर कार्रवाई करेगा। साथ ही कोर्ट में चल रहे मामलों की मॉनिटरिंग कर गैंगस्टर को सख्त सजा दिलवाने का प्रयास करेगा।

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