हरियाणा के पानीपत जिले में दहेज के लिए एक बहू को घर से निकाल दिया गया। 2 साल पहले हुई शादी के बाद से ही ससुराल वाले दहेज के लिए उसे तंग कर रहे थे। शादी के कुछ समय बाद ही ससुराल वालों ने उसे कम दहेज लाने के लिए ताना कसना शुरू कर दिया। पति संदीप ने भी छोटी-छोटी बात पर उसके साथ मारपीट की।
गर्भवती होने पर ससुराल वालों ने उस पर दबाव बनाया कि वह घर से 50 हजार रुपए लेकर आए। उन्हें पैसे की जरूरत है। साथ ही धमकी दी कि अगर पैसे नहीं लाई तो उसे घर से निकाल देंगे। इतना ही नहीं, आरोपियों ने उसे धक्के मारकर घर से निकाल भी दिया।
महिला अपने घर पहुंची और आपबीती मायका वालों को बताई। मायका पक्ष ने ससुराल वालों से बात करनी चाही तो उनके साथ भी गाली-गलौज की। पंचायत हुई तो वहां आरोपियों ने माफी मांग ली और महिला को वापस घर ले गए।
जहां महिला ने एक बेटे को जन्म दिया। अभी महिला अस्पताल में ही थी कि आरोपियों ने उसे कहा कि वह अपने मायका वालों से कार की मांग करें। मारपीट की, तो सास ने उस स्थिति में भी उसके साथ मारपीट की। मार्च 2023 में उपरोक्त आरोपियों ने उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया।
पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी पति, सास-ससुर और देवर पर दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दहेज उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाएं
दहेज एक गंभीर समस्या है। इस समस्या से निपटने के लिए सभी को एकजुट होकर आवाज उठानी चाहिए। दहेज के लिए किसी भी महिला का उत्पीड़न किया जाना गलत है। अगर आपके आसपास किसी महिला का दहेज के लिए उत्पीड़न हो रहा है, तो उसकी मदद करें।
दहेज उत्पीड़न की शिकायत पुलिस, महिला हेल्पलाइन या किसी अन्य अधिकारिक संस्थान में कर सकते हैं। सरकार ने दहेज उत्पीड़न के खिलाफ कई कानून बनाए हैं। इन कानूनों का उल्लंघन करने पर सख्त सजा का प्रावधान है।
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