बबीता ने कहा कि वे भाजपा की कार्यकर्ता के रूप में काम कर रही हैं और वे चुनाव लड़कर जनसेवा करना चाहती हैं। पार्टी ने पहले भी उनको दादरी से विधानसभा चुनाव में उतारा था। उन्होंने कहा कि अब फिर उनकी चुनाव लड़ने की इच्छा है। यदि पार्टी उन्हें चुनाव नहीं लड़वाती है तो भी वे भाजपा के एक सिपाही के तौर पर कार्य करती रहेंगी।
बबीता ने रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेसियों का चुनाव के समय मंदिरों में जाकर टीका लगवाना सिर्फ चुनावी प्रोपेगैंडा है। राम को नहीं मानने वाले कांग्रेसियों को जनता चुनाव में जवाब भी देगी।
बबीता के चुनावी दंगल में उतरने से हरियाणा की राजनीति में हलचल मच गई है। बबीता एक लोकप्रिय चेहरा हैं और उनका चुनाव लड़ना भाजपा के लिए एक बड़ी जीत होगी।
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