अयोध्या टूर गाइड : दो दिन में घूम सकते हैं धर्म नगरी

Rajiv Kumar

अयोध्या टूर गाइड : दो दिन में घूम सकते हैं धर्म नगरी, आधार साथ रखें; 54 हजार बेड, किराया 1 हजार से 20 हजार तक
एप से रजिस्ट्रेशन तो आठों टेंट सिटी में रुकना – खाना फ्री

1. दर्शन कब से और कैसे कर सकूंगा?

तीन आरती में ही होगी भक्तों की एंट्री

आप दो दिन में अयोध्या घूम सकते हैं। यहां रामलला मंदिर से दो किमी दायरे में 9 अन्य स्थल हैं। इनके घूमने से यात्रा पूर्ण होगी। आधार कार्ड जरूर ले जाएं, इसके बिना दिक्कत हो सकती है।

दर्शन कितने बजे से होंगे?
सुबह 6:30 से दोपहर 12 बजे
■ दोपहर 2:30 से रात 10 तक
• हर दिन सुबह 4 बजे मंगल गीतों से रामलला को जगाया जाएगा, फिर मंगला आरती की तैयारी होगी। • भगवान दिन में ढाई घंटे (दोपहर 12 से ढाई बजे तक) विश्राम करेंगे। इस दौरान गर्भगृह के पट बंद रहेंगे। विश्राम का समय बढ़ाया या घटाया जा सकता है। मंगला आरती में दर्शन सीमित रहेंगे।

6 आरती का समय क्या है?
मंगला आरती : सुबह 4:30 बजे श्रृंगार आरती: 6:30 से 7 बजे भोग आरती: 11:30 बजे मध्यान्हः दोपहर 2:30 बजे संध्या आरती: शाम 6:30 बजे शयन आरती: रात 8:30 से 9।
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• अभी भक्तों की भीड़ ज्यादा है। वीआईपी दर्शन की कोई व्यवस्था नहीं है। इसलिए भक्त सभी आरती में जा रहे हैं। लेकिन, आगे सिर्फ श्रृंगार, भोग और संध्या आरती में भक्त शामिल हो सकेंगे।

 

2. आरती में जाने के लिए मैं क्या करूं?

पास की ऑफलाइन व्यवस्था…..
आरती में शामिल होने के लिए ट्रस्ट द्वारा पास बनाया जाता है। यह पास श्रीराम जन्मभूमि कैंप ऑफिस से बनता है। इसके लिए आईडी प्रूफ आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र देना अनिवार्य होता है।

ऑनलाइन व्यवस्था :
online. srjbtkshetra.org/#/aarti पर पास के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। हालांकि यह व्यवस्था एक्टिव नहीं हुई है। 27 जनवरी से व्यवस्था सामान्य होने की संभावना है। वीआईपी दर्शन कैसे होंगे? मंदिर में वीआईपी दर्शन की कोई आधिकारिक व्यवस्था, टिकट या शुल्क फिलहाल नहीं है।

प्रसाद क्या मिलेगा? :
राम मंदिर में भक्तों को ‘इलायची दाने’ का प्रसाद दिया जाएगा। यह चीनी और इलायची को मिलाकर बनाया
जाता है। अन्य प्रसाद अभी तय होना है।

प्रसाद कहां से मिलेगा?
मंदिर परिसर में ही दर्शनार्थियों के वापसी के रास्ते पर प्रसाद बांटने के लिए मशीनें लगाई हैं। अभी शुल्क के साथ प्रसाद की व्यवस्था मंदिर में नहीं है।

चढ़ाने के लिए प्रसाद ले जा सकते हैं?
भक्त भी विशेष अनुमति से शुद्ध मिठाई और वे आदि का भोग लगवा सकते हैं। अभी यह व्यवस्था शुरू नहीं हुई है। सुरक्षा कारणों से रामलला के मंदिर में भगवान को अर्पित करने के लिए नारियल, फूल माला, श्रृंगार या कोई और चीज मंदिर में नहीं ले जा सकेंगे।

मंदिर में क्या ले जा सकेंगे?
मंदिर दर्शन के वक्त आप अंदर केवल पैसा और चश्मा जैसी जरूरी चीज ही ले जा
सकेंगे। मोबाइल अन्य वस्तुओं के लिए दर्शन मार्ग पर लॉकर की सुविधा है।

 

3. रुकेंगे कहांः 75 होटल, 500 होम स्टे, सैकडों धर्मशालाएं

• मार्च तक अयोध्या में 6 करोड़ भक्त पहुंच सकते हैं। जबकि अभी 75 होटल, 500 होम स्टे, मठ- धर्मशालाओं में कुल 14 हजार लोगों के ठहरने की सुविधा है। 8 टेंट सिटी में 40 हजार बेड हैं । किराया 1 हजार से 20 हजार रु. प्रतिदिन है। इस हफ्ते अयोध्या विकास प्राधिकरण एप लॉन्च करेगा। इस पर रजिस्ट्रेशन कराके अयोध्या जाएंगे तो टेंट सिटी में रुकना – खाना फ्री रहेगा। इसमें 30 हजार बेड रखे जाएंगे। प्रमुख होटल और धर्मशालाओं की सूची ….

 

4. निर्माण पूरा होने पर ऐसा दिखेगा मंदिर….

गर्भगृह से 30 फीट दूर से होंगे रामलला के दर्शन
सिंहद्वार मंदिर का एंट्री गेट है। ये परकोटे से 200 मी. अंदर है। यहां से 32 सीढ़ियां चढ़कर पहले मंडप में प्रवेश करते ही रामलला दिखने लगेंगे। हालांकि दर्शन 30 फीटे दूर से होंगे। इसी जगह के दाएं और बाएं ओर मुड़कर मंदिर से बाहर आ सकेंगे। यह जगह तीसरे मंडप के ठीक नीचे है। बुजुर्ग और दिव्यांग भक्तों के लिए मंदिर में 3 लिफ्ट बननी है। दो पूर्व तो एक उत्तर में । जगह छोड़ी है।

 

5. अयोध्या जाएंगे कैसे? रेल कनेक्टिविटी

अयोध्या के लिए 200 आस्था ट्रेनें
अभी फैजाबाद और अयोध्या तक कई ट्रेनें हैं। अनुमान है कि अब हर दिन 50 हजार लोग ट्रेन से अयोध्या पहुंचेंगे, इसलिए रेलवे एक हजार से अधिक विशेष ट्रेनें चलाने की तैयारी में है। 200 आस्था ट्रेनें शुरू हो रही हैं।

 

अयोध्या स्टेशन से बाहर आते ही मंदिर तक के लिए ई-रिक्शा मिल जाएगा। इसका दिनभर का अधिकतम किराया 700 रु. तक है।

 

अपनी गाड़ी से हैं तो हनुमानगढ़ी और कनक भवन का रास्ता ही संकरा मिलेगा। शेष अयोध्या में दिक्कत नहीं है। मई मल्टीलेवल पार्किंग भी हैं।

 

6. बस कनेक्टिविटी

अभी देशभर से 339 बसें अयोध्या पहुंच रही हैं। इनमें 130 बसें दिल्ली, जयपुर, देहरादून, वाराणसी, लखनऊ, प्रयागराज, मथुरा, आगरा से हैं। इन्हें बढ़ाकर 200 कर रहे हैं। बस का सफर लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी से आसान है। यहां से 2 से ढाई घंटे में अयोध्या पहुंच सकते हैं।

 

7. एयर कनेक्टिविटी…

अभी 7 प्रमुख शहरों से फ्लाइट

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