हरियाणा में आम आदमी पार्टी (AAP) के पास चेहरों का संकट हो गया है। एक महीने के दौरान पार्टी के तीन बड़े चेहरे दूसरे दलों में चले गए हैं। इस बीच, AAP 28 जनवरी को जींद में एक बड़ी रैली करने जा रही है। इस रैली में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान लोकसभा चुनाव का आगाज करेंगे।
दिल्ली-पंजाब जैसे चमत्कार की उम्मीद
AAP को हरियाणा में दिल्ली और पंजाब जैसे चमत्कार होने की उम्मीद है। पार्टी के नेताओं का मानना है कि दोनों राज्यों में शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी आदि के क्षेत्रों में बेहतर काम हुआ है। इसी आधार पर AAP हरियाणा में भी लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
हरियाणा पर फोकस की तीन बड़ी वजहें
AAP हरियाणा पर फोकस करने के पीछे तीन बड़ी वजहें हैं। पहली वजह यह है कि हरियाणा दिल्ली और पंजाब से लगा हुआ है। इन दोनों राज्यों में AAP की सरकार है, जिसका फायदा पार्टी हरियाणा में भी देख रही है। दूसरी वजह यह है कि हरियाणा छोटा राज्य है, जिसे जीतना आसान हो सकता है। तीसरी वजह यह है कि हरियाणा में कांग्रेस और भाजपा का तीसरा विकल्प के रूप में AAP अपनी जगह बनाना चाहती है।
रैली से उम्मीद
AAP को उम्मीद है कि जींद की रैली से पार्टी को हरियाणा में नई ऊर्जा मिलेगी। पार्टी ने हर वार्ड और गांव से कम से कम 10 लोगों को रैली में लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। रैली में जुटने वाली भीड़ से AAP को यह अंदाजा लगेगा कि पार्टी के पास हरियाणा में कितनी ताकत है।
रैली की सफलता का दारोमदार
रैली की सफलता का दारोमदार आम आदमी पार्टी हरियाणा के अध्यक्ष डा. सुशील गुप्ता तथा वरिष्ठ उप प्रधान अनुराग ढांडा के कंधों पर टिका है। इन दोनों नेताओं को पार्टी के कार्यकर्ताओं को रैली में जुटाने की जिम्मेदारी दी गई है।
केजरीवाल का चौथा दौरा
अरविंद केजरीवाल हरियाणा में यह चौथी बार आ रहे हैं। इससे पहले वे पंचकूला, भिवानी और रोहतक में पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर चुके हैं।
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