हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने रविवार को सिरसा में आयोजित एक कार्यक्रम में अपने बेटे अजय सिंह चौटाला और पोतों दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला को इनेलो में वापसी का खुला आमंत्रण दिया। चौटाला ने कहा कि “कुछ लोग गुमराह होकर तथा सत्ता के लालच में इनेलो पार्टी से अलग होकर चले गए थे। उनसे हमारा कोई बैर नहीं है। यदि वे अपने परिवार में वापस लौटते हैं तो साथ मिलकर ताऊ देवीलाल के सपनों को साकार करने का काम करेंगे।”
चौटाला के इस बयान को चौटाला परिवार की एकजुटता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। पिछले कई सालों से चौटाला परिवार विभाजित रहा है। अजय सिंह चौटाला और उनके बेटे दुष्यंत चौटाला ने 2018 में इनेलो से अलग होकर जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) का गठन किया था।
चौटाला परिवार की एकजुटता के लिए जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय सिंह चौटाला ने भी कई बार संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा है कि यदि ओमप्रकाश चौटाला उन्हें बुलाएंगे तो वह घर वापसी पर विचार कर सकते हैं।
हालांकि, अभी भी कुछ पेच हैं जो चौटाला परिवार की एकजुटता में बाधा बन सकते हैं। इनमें से एक पेच है अभय सिंह चौटाला का विरोध। अभय सिंह चौटाला, ओमप्रकाश चौटाला के छोटे बेटे हैं और इनेलो के प्रधान महासचिव हैं। वह अपने भतीजों दुष्यंत और दिग्विजय से काफी नाराज हैं।
चौटाला परिवार की एकजुटता के लिए यह आवश्यक है कि अभय सिंह चौटाला भी अपने भतीजों को माफ कर दें और उनके साथ मिलकर काम करने को तैयार हों।
यदि चौटाला परिवार एकजुट हो जाता है तो यह हरियाणा की राजनीति में एक बड़ा बदलाव होगा। चौटाला परिवार के एक होने से इनेलो को एक मजबूत विकल्प मिल जाएगा और भाजपा को चुनौती देने में आसानी होगी।
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