हरियाणा सरकार ने चीन के उत्तरी क्षेत्र में तेजी से फैल रहे एवियन इन्फ्लूएंजा H9N2 वायरस के संभावित खतरे को देखते हुए अलर्ट जारी किया है। स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक (DG) डॉ. सोनिया त्रिखा खुल्लर ने सभी CMO को तैयारियों की समीक्षा करने और बच्चों में सांस की बीमारी और निमोनिया के मामलों की निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
डॉ. खुल्लर ने बताया कि प्रदेश में अभी तक H9N2 वायरस का कोई मामला नहीं मिला है, लेकिन केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के बाद हम सतर्क हो गए हैं। हम सभी CMO को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि बच्चों में सांस की बीमारी और निमोनिया के मरीजों की मॉनिटरिंग बढ़ा दी गई है। सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को इसकी रिपोर्ट लगातार मुख्यालय भेजने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही अस्पतालों में बच्चों से संबंधित दवाइयों, ऑक्सीजन आदि की व्यवस्था की समीक्षा भी की जा रही है।
डॉ. खुल्लर ने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों का ध्यान रखें और लगातार बुखार आने पर तुरंत डॉक्टरों से संपर्क करें।
क्या है H9N2 वायरस?
H9N2 एक एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस है जो मुर्गियों में पाया जाता है। यह वायरस इंसानों में भी फैल सकता है, लेकिन यह आमतौर पर कम गंभीर होता है।
H9N2 वायरस के लक्षण
H9N2 वायरस के लक्षण आमतौर पर हल्के होते हैं और इसमें शामिल हैं:
- बुखार
- खांसी
- सांस लेने में तकलीफ
- गले में खराश
- मांसपेशियों में दर्द
कुछ मामलों में, H9N2 वायरस गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है, जिसमें शामिल हैं:
- निमोनिया
- ब्रोंकाइटिस
- श्वसन संकट सिंड्रोम (ARDS)
H9N2 वायरस से बचाव
H9N2 वायरस से बचाव के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
- मुर्गियों के संपर्क में आने से बचें।
- मुर्गियों के संपर्क में आने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से धोएं।
- खाना पकाने से पहले मुर्गियों के मांस को अच्छी तरह से पकाएं।
- संक्रमित लोगों से दूर रहें।
यदि आपको H9N2 वायरस के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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