रक्षा मंत्रालय के PCDA कार्यालय में रिश्वतखोरी का भंडाफोड़, CBI ने तीन को किया गिरफ्तार
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केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने रक्षा मंत्रालय के प्रधान नियंत्रक रक्षा लेखा (PCDA) के कार्यालय में भ्रष्टाचार के एक बड़े मामले का खुलासा किया है। इस मामले में एक वरिष्ठ ऑडिटर और दो निजी व्यक्तियों को 8 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है। पकड़े गए दो निजी व्यक्ति एक प्राइवेट डिफेंस सप्लायर और उसके कर्मचारी हैं।
शिकायतकर्ता, जो स्वयं एक डिफेंस सप्लायर है, ने 7 फरवरी को सीबीआई में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के अनुसार, पहले से मंजूर किए गए बिलों के भुगतान के बदले रक्षा मंत्रालय के पीसीडीए कार्यालय में तैनात वरिष्ठ ऑडिटर और एक प्राइवेट डिफेंस सप्लायर ने उससे 10 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी।
आरोपी ऑडिटर ने धमकी दी थी कि अगर रिश्वत नहीं दी गई, तो भविष्य में उसके बिलों के भुगतान को रोका जाएगा। रिश्वत की पहली किस्त के रूप में 8 लाख रुपये एक प्राइवेट डिफेंस सप्लायर के कर्मचारी को सौंपने को कहा गया था।
शिकायत मिलने के बाद, सीबीआई ने योजना बनाकर कार्रवाई की और आरोपी कर्मचारी को 8 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। पूछताछ के बाद, सीबीआई ने प्राइवेट कंपनी के मालिक को भी गिरफ्तार कर लिया। अंततः, रक्षा मंत्रालय के पीसीडीए कार्यालय में तैनात वरिष्ठ ऑडिटर को भी हिरासत में ले लिया गया।
अब सीबीआई इस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इसमें और कौन-कौन शामिल है। रक्षा क्षेत्र में रिश्वतखोरी का यह मामला गंभीर माना जा रहा है, क्योंकि इसमें सरकारी कर्मचारियों और निजी डिफेंस सप्लायर की मिलीभगत सामने आई है।
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