भारत की दिग्गज पहलवान विनेश फोगाट ने शनिवार 30 दिसंबर 2023 को अपना खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड लौटा दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय के बाहर कर्तव्य पथ पर पुरस्कारों को रख दिया।
विनेश ने 26 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर पुरस्कार लौटाने की घोषणा की थी। पत्र में उन्होंने कहा था कि भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) में बृजभूषण सिंह और उनके करीबियों के दबदबे के कारण महिला पहलवानों को इंसाफ नहीं मिल रहा है।
विनेश ने कहा कि वह इंसाफ के लिए लड़ाई लड़ रही हैं और जब तक उन्हें इंसाफ नहीं मिलता, तब तक वह पुरस्कार लौटाती रहेंगी।
विनेश के इस कदम से देशभर में उनके समर्थन में आवाजें उठने लगी हैं। कई खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों ने कहा कि विनेश ने एक साहसिक कदम उठाया है और इससे अन्य खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी।
बजरंग पूनिया ने विनेश के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि यह दिन किसी खिलाड़ी के जीवन में न आए। उन्होंने कहा कि देश की महिला पहलवान सबसे बुरे दौर से गुजर रही हैं।
बजरंग पूनिया ने भी इसी साल अपना पद्मश्री अवॉर्ड लौटाया था। साक्षी मलिक ने भी WFI की नई कार्यकारिणी में बृजभूषण के करीबी संजय सिंह के चुने जाने के बाद कुश्ती से संन्यास ले लिया था।
सरकार ने WFI की संजय सिंह की अध्यक्षता वाली कार्यकारिणी को सस्पेंड कर दिया है। इसके बाद भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन (IOA) ने WFI के संचालन के लिए एडहॉक कमेटी का गठन किया है।
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