Vande Bharat Train Income: वंदे भारत ट्रेन से कितनी होती है कमाई, जानें क्या मिला जवाब

Vande Bharat Train Income: RTI एक्टिविस्ट चंद्रशेखर गौड़ ने रेल मंत्रालय से पूछा कि वंदे भारत ट्रेन के जरिए मंत्रालय ने दो साल में कितना राजस्व अर्जित किया है? क्या इनके संचालन में लाभ या हानि हुई है? इसके जवाब में मंत्रालय ने कहा कि अलग-अलग ट्रेन के हिसाब से राजस्व रिकॉर्ड नहीं रखा जाता है। गौड़ ने कहा कि मंत्रालय वंदे भारत से सफर करने वाले यात्रियों की संख्या का रिकॉर्ड रखता है, लेकिन राजस्व का नहीं।

इतने लोगों ने की यात्रा

वंदे भारत, भारतीय रेलवे की पहली सेमी-हाई स्पीड ट्रेन है, जिसने 2019 में नई दिल्ली से वाराणसी तक का सफर आरंभ किया था। वर्तमान में, यह 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 284 जिलों से गुजरती है और 100 मार्गों पर चलती है।

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इसके माध्यम से अब तक दो करोड़ से अधिक लोगों ने यात्रा की है। वंदे भारत रेलगाड़ियों द्वारा तय की गई दूरी वित्त वर्ष 2023-24 में पृथ्वी के 310 चक्करों के बराबर है। यह परियोजना देश की रेलवे परिवहन प्रणाली के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

पहली सेमी-हाई स्पीड नई पीढ़ी की ट्रेन

गौड़ ने कहा, “रेलवे के लिए वंदे भारत ट्रेन से राजस्व की स्थिति का अलग रिकॉर्ड रखना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि ये भारत की पहली सेमी-हाई स्पीड नई पीढ़ी की ट्रेन हैं और इनकी लाभप्रदता से वास्तविक लोकप्रियता स्थापित होगी।”

रेलवे ने पिछले साल अक्टूबर में दायर आरटीआई के तहत एक अन्य आवेदन के जवाब में कहा था कि वंदे भारत रेलगाड़ियों में कुल मिलाकर 92 प्रतिशत से अधिक सीट बुक रहती हैं जिसे रेलवे अधिकारी उत्साहजनक आंकड़ा मानते हैं।

 

 

 

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