गणतंत्र दिवस 2025: कर्तव्य पथ पर दिखे भारत की शक्ति और सांस्कृतिक धरोहर के रंग

गणतंत्र दिवस 2025: कर्तव्य पथ पर दिखे भारत की शक्ति और सांस्कृतिक धरोहर के रंग

भारत आज अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। यह दिन भारतीय संविधान की स्वीकृति और देश के लोकतांत्रिक मूल्यों को सम्मानित करने का प्रतीक है। नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित भव्य परेड में भारतीय सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक विविधता और आत्मनिर्भरता की झलक देखने को मिली।

राफेल और सुखोई के गरजते आसमान में देश की रक्षा शक्ति का प्रदर्शन

गणतंत्र दिवस परेड के दौरान राफेल और सुखोई जैसे लड़ाकू विमानों ने आसमान में अपनी ताकत का अहसास कराया। इन विमानों ने देश की वायु सेना की शानदार क्षमताओं का प्रदर्शन किया और परेड में जान डाल दी।

5 हजार कलाकारों की जीवंत प्रस्तुति

परेड के दौरान कर्तव्य पथ पर एक अनोखा दृश्य देखा गया, जब 5 हजार कलाकारों ने एकसाथ अपनी प्रस्तुति दी। इस अद्भुत सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्य अतिथि राष्ट्रपति सुबियांतो ने भी भाग लिया और इसे सराहा।

गुजरात की झांकी: ‘विरासत भी, विकास भी’

गुजरात की झांकी ने अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और विकास के शानदार संतुलन को दर्शाया। इस झांकी में यह दिखाया गया कि कैसे गुजरात ने अपनी परंपराओं को संरक्षित करते हुए आर्थिक और सामाजिक विकास की ओर कदम बढ़ाया है।

पंजाब की झांकी में फुलकारी और कृषि का प्रदर्शन

पंजाब की झांकी में फुलकारी हस्तकला का जीवंत प्रदर्शन किया गया। इसके साथ ही राज्य के कृषि आधारित जीवन और समृद्धि का भी चित्रण किया गया, जो भारतीय ग्रामीण जीवन का अभिन्न हिस्सा है।

आत्मनिर्भर भारत की दिशा में क़दम

परेड के दौरान भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में किए गए प्रयासों को भी दिखाया गया। विशेष रूप से स्वदेशी रूप से निर्मित क्विक रिएक्शन फोर्स व्हीकल और अन्य रक्षा प्रणालियों का प्रदर्शन किया गया।

सैन्य शक्ति का परिचय

भारतीय सेना की विविध इकाइयों ने अपनी ताकत और रणनीतिक क्षमताओं को कर्तव्य पथ पर प्रदर्शित किया। इसमें प्रमुख रूप से टैंक, मिसाइल प्रणाली, और अन्य उन्नत रक्षा प्रणालियों का प्रदर्शन किया गया, जो यह साबित करता है कि भारत किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।

इंडोनेशियाई सैन्य बैंड की विशेष भागीदारी

गणतंत्र दिवस परेड में इस बार इंडोनेशियाई सैन्य बैंड और उनकी मार्चिंग टुकड़ी भी शामिल हुई। इस अंतरराष्ट्रीय भागीदारी ने समारोह में एक वैश्विक रंग जोड़ा और भारतीय संस्कृति के साथ अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को उजागर किया।

राष्ट्रपति का संदेश और 21 तोपों की सलामी

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कर्तव्य पथ पर तिरंगा फहराया और 21 तोपों की सलामी ली। इस परेड के माध्यम से राष्ट्रपति ने देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी और राष्ट्र की एकता और समृद्धि की कामना की।

 

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