पंजाब-हरियाणा के किसानों का धरना खत्म, MSP समेत मांगों पर सहमति

पंजाब सरकार ने दी किसानों को 19 दिसंबर को सीएम से मिलने का आश्वासन

पंचकूला में किसानों ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद धरना खत्म किया

राकेश टिकैत ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी

पंजाब और हरियाणा के किसानों ने तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन खत्म करने का ऐलान कर दिया है। किसान नेताओं ने कहा कि पंजाब सरकार ने एमएसपी समेत उनकी सभी मांगों पर सहमति जताई है। किसानों की 19 दिसंबर को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मीटिंग होगी। उसमें संबंधित विभागों के अफसर भी मौजूद रहेंगे।

पंजाब सरकार ने किसानों को बातचीत के लिए बुलाया था। यहां कृषि मंत्री गुरमीत खुडि्डयां के सामने किसानों ने अपनी मांगें रखीं। किसानों ने एमएसपी की न्यूनतम दर 20% बढ़ाने, फसल बीमा योजना में सुधार करने, गन्ना किसानों का बकाया भुगतान करने, बिजली कटौती बंद करने, और किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग की थी।

सरकार ने किसानों की सभी मांगों पर सहमति जताई है। किसानों को 19 दिसंबर को मुख्यमंत्री भगवंत मान से मिलने का भी आश्वासन दिया गया है।

वहीं, पंचकूला में किसानों ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मिलने के बाद धरना खत्म करने का ऐलान किया है। 11 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा के नेता मीटिंग कर रणनीति तैयार करेंगे। किसानों का कहना है कि वह तब तक इंतजार करेंगे।

पंचकूला में किसानों के महापड़ाव के दूसरे दिन किसान नेता राकेश टिकैत पहुंचे थे। जहां उन्होंने किसानों के साथ आंदोलन को लेकर चर्चा की। टिकैत ने कहा कि यदि सरकार किसानों की मांगों को गंभीरता से नहीं लेती है तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा। केंद्र सरकार हमेशा से ही किसानों की अनदेखी कर रही है, जिसको अब कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

पंचकूला में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान-मजदूर महापड़ाव में लगभग 15 किसान संगठन भाग ले रहे हैं। इनमें से कुछ मुख्य संगठन हरियाणा किसान मंच, BKU टिकैत, जय किसान आंदोलन, अखिल भारतीय किसान सभा, गन्ना किसान संघर्ष समिति, भारतीय किसान संघर्ष समिति, अखिल भारतीय किसान महासभा, राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ, भारतीय किसान पंचायत, भारतीय किसान यूनियन आदि मिलकर महापड़ाव कर रहे हैं।

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