अमेरिका में बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों को लेकर प्रदर्शन: न्याय और सुरक्षा की मांग
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के विरोध में बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकियों ने वॉशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस से यूएस कैपिटल तक मार्च निकाला। प्रदर्शनकारियों ने “हमें न्याय चाहिए” और “हिंदुओं की रक्षा करो” जैसे नारे लगाए। उन्होंने बाइडन प्रशासन और संभावित ट्रंप प्रशासन से बांग्लादेश सरकार पर दबाव डालने की अपील की ताकि हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई हो।
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प्रमुख मांगें और संगठन
इस मार्च का आयोजन स्टॉप हिंदू जेनोसाइड.ओआरजी, बांग्लादेशी प्रवासी संगठनों और हिंदूएक्शन ने किया।
- बांग्लादेश से कपड़ों का आयात रोकने की अपील: आयोजकों ने अमेरिकी कंपनियों से आग्रह किया कि वे बांग्लादेश से कपड़े खरीदना बंद करें, क्योंकि ढाका का निर्यात काफी हद तक अमेरिका पर निर्भर है।
- चिंता के क्षेत्र: खासतौर से चटगांव और रंगपुर क्षेत्र में हिंदुओं के मंदिरों को जलाने, उनके घरों को लूटने और अत्याचार की घटनाएं बढ़ी हैं।
प्रमुख बयान
- हिंदूएक्शन के उत्सव चक्रवर्ती: यह प्रदर्शन न्याय और जवाबदेही की मांग है। बांग्लादेशी हिंदू समुदाय की सुरक्षा के लिए हम वैश्विक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।
- वर्जीनिया के नरसिम्हा कोप्पुला: यह प्रदर्शन बांग्लादेशी हिंदुओं के अधिकारों और सुरक्षा के लिए न्याय की मांग करता है।
- प्रसेनजीत दत्ता: उन्होंने इस्कॉन नेता चिन्मय दास की रिहाई की मांग की और बाइडन प्रशासन से कार्रवाई करने की अपील की।
- ग्लोबल हिंदू टेंपल नेटवर्क के मोहिंदर गुलाटी: बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार अल्पसंख्यकों पर हमला है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से हस्तक्षेप की मांग की।