मोहाली बिल्डिंग हादसा: मलबे से मिला दूसरा शव, 3 लोग अब भी दबे, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

मोहाली बिल्डिंग हादसा: मलबे से मिला दूसरा शव, 3 लोग अब भी दबे, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

शनिवार को गिरी बिल्डिंग से रविवार सुबह एक और शव बरामद
पंजाब के मोहाली में शनिवार शाम को गिरी एक मल्टीस्टोरी बिल्डिंग से रविवार सुबह एक और शव बरामद किया गया है। इससे पहले रात में एक लड़की को जिंदा निकाला गया था, लेकिन अस्पताल में उसकी मौत हो गई। करीब 18 घंटे से NDRF और आर्मी की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं।


मलबे में अब भी तीन लोगों के दबे होने की संभावना

NDRF अधिकारियों के अनुसार, मलबे में पांच लोग दबे हुए थे, जिनमें तीन लड़के और दो लड़कियां शामिल हैं। अब तक दो शव बरामद हो चुके हैं, लेकिन तीन लोग अभी भी फंसे हो सकते हैं। आज सुबह डॉक्टरों की टीम को भी मौके पर बुलाया गया, और मलबे से बिल्डिंग के CCTV की डीवीआर भी बरामद की गई।

हादसे वाली जगह के पास की बिल्डिंग से लिया गया रेस्क्यू साइट का फोटो। यहां आर्मी और NDRF की टीमें लगातार मलबा हटाने में जुटी हुई हैं। बेसमेंट में सीवरेज का पानी भर जाने से थोड़ी मुश्किलें आईं।


सीवर का पानी बना चुनौती

जहां बिल्डिंग गिरी थी, उस साइट पर सीवर का पानी भर जाने के कारण मलबे में फंसे लोगों के जिंदा रहने की उम्मीद कम हो गई है। यह पानी बचाव कार्य में बाधा डाल रहा है, लेकिन टीम पूरी कोशिश में जुटी हुई है।

जिम ट्रेनर की गवाही से मिली जानकारी

हादसे में बच निकले एक जिम ट्रेनर ने बताया कि बिल्डिंग के तीन फ्लोर पर जिम संचालित होता था, जबकि बाकी दो फ्लोर पर लोग किराए पर रहते थे। हादसे के वक्त बिल्डिंग में कई लोग मौजूद थे।

मोहाली में बिल्डिंग गिरने की घटना के बाद बचाव के लिए आर्मी को भी बुलाया गया। आर्मी के जवानों ने मलबे को हटाने का काम शुरू किया।


पहचान और शवों का विवरण

  • दृष्टि वर्मा: हिमाचल प्रदेश की रहने वाली इस 20 वर्षीय लड़की को शनिवार रात जिंदा निकाला गया था, लेकिन अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया।
  • अभिषेक: अंबाला निवासी अभिषेक का शव रविवार सुबह मलबे से निकाला गया। वह जिम करने आया था।


मालिकों पर मामला दर्ज

SSP दीपक पारीक ने जानकारी दी कि बिल्डिंग मालिक परविंदर सिंह और गगनदीप सिंह के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। यह मामला बीएनएस की धारा 105 के तहत दर्ज किया गया है।


80 जवान रेस्क्यू ऑपरेशन में तैनात

भारतीय सेना ने बचाव अभियान में 80 जवानों की एक इंजीनियर टास्क फोर्स को तैनात किया है। इन जवानों ने रातभर काम किया और NDRF के साथ समन्वय करते हुए राहत कार्य जारी रखा।

स्थानीय लोगों ने बताया, खुदाई से कमजोर हुई नींव

स्थानीय निवासियों ने कहा कि बिल्डिंग लगभग 10 साल पुरानी थी। इसके बगल में बेसमेंट की खुदाई चल रही थी, जिससे नींव कमजोर हो गई और यह हादसा हुआ।

NDRF की टीमों ने आज सुबह लेंटर काटकर मलबा हटाने का काम शुरू किया था।


मुख्यमंत्री ने दिया कार्रवाई का आश्वासन

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि प्रशासन और बचाव टीमें मौके पर हैं। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, उन्होंने जनता से सहयोग करने की अपील की।