प्यार, हत्या और 19 साल की फरारी: दो पूर्व सैनिकों की कहानी ने किया हैरान
केरल में 2006 में हुई दिल दहलाने वाली एक घटना में भारतीय सेना के दो पूर्व सैनिकों ने एक युवती और उसकी 17 दिन की जुड़वा बच्चियों की हत्या कर दी। हत्या के बाद दोनों फरार हो गए और अगले 19 साल तक उनका कोई सुराग नहीं मिला। मामला पहले पुलिस के पास था और फिर सीबीआई को सौंपा गया। सेना ने भी दोनों को भगोड़ा घोषित कर दिया था। लेकिन अचानक सीबीआई को एक अहम जानकारी मिली जिसने इस अंधेरे केस को सुलझाने में मदद की।
आखिरकार मिली जानकारी, जो चौंका गई सीबीआई
सीबीआई को पता चला कि दोनों हत्यारे पुड्डुचेरी में पहचान बदलकर रह रहे थे। जब अधिकारियों ने उन्हें पकड़ने के लिए कदम उठाया, तो उनकी तैयारियों और झूठ की परतों को देखकर वे हैरान रह गए। दोनों ने न केवल नए पहचान पत्र बनवा लिए थे, बल्कि शादी करके परिवार भी बसा लिया था।
कैसे हुआ था यह खौफनाक हत्याकांड?
- रजनी और दिबिल कुमार की प्रेम कहानी
केरल के कोल्लम जिले के येरम की रहने वाली 24 वर्षीय रजनी का प्रेम संबंध भारतीय सेना की 45 एडी रेजिमेंट में कार्यरत दिबिल कुमार से था। दिबिल ने रजनी से शादी का वादा किया, लेकिन जब वह गर्भवती हुई और 24 जनवरी 2006 को जुड़वा बच्चियों को जन्म दिया, तो उसने रजनी से दूरी बनानी शुरू कर दी। - महिला आयोग से मिली मदद, लेकिन अंजाम हुआ खौफनाक
रजनी की मां ने केरल राज्य महिला आयोग में न्याय की गुहार लगाई। आयोग ने दिबिल के खिलाफ पैटरनिटी टेस्ट का आदेश दिया, जिससे वह आगबबूला हो गया। उसने अपने दोस्त राजेश के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची।
हत्या की साजिश और फरारी
10 फरवरी 2006 को, जब रजनी की मां बर्थ सर्टिफिकेट लेने बाहर गई थी, दोनों सैनिकों ने रजनी और उसकी जुड़वा बच्चियों को मौत के घाट उतार दिया। जब मां वापस लौटी, तो घर में उनकी लाश देखकर उसकी चीखें गूंज उठीं। हत्या के बाद दोनों आरोपी भाग निकले।
फर्जी पहचान के पीछे छिपे अपराधी
19 साल की फरारी के दौरान दोनों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर लिए थे। पुड्डुचेरी में वे नाम बदलकर अलग-अलग महिला अध्यापकों से शादी कर चुके थे। सीबीआई ने आखिरकार दोनों को गिरफ्तार कर लिया।