Lok Sabha: मंत्री-विपक्षी सांसदों में हाथापाई की नौबत, बजट पर चर्चा के दौरान संग्राम

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Lok Sabha: संसद में चुनावी नतीजों से बदले समीकरण की सियासी तपिश आक्रामक रूप में सामने आई है। गुरुवार को लोकसभा में बजट पर चर्चा के दौरान रेल और खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और कांग्रेस सांसद व पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बीच तीखी तकरार हुई, जिसने हाथापाई की नौबत ला दी।

सदन में हाथापाई की नौबत

दोनों नेताओं के बीच शब्दों की तकरार इस हद तक पहुंच गई कि मंत्री बिट्टू अपनी सीट से उठकर विपक्षी सांसद चन्नी से भिड़ने के लिए वेल की ओर दौड़ पड़े। विपक्षी सांसद भी पीछे नहीं हटे और हंगामे के बीच हाथापाई को टालने के लिए सदन को स्थगित करना पड़ा।

केंद्र की नीतियों पर हमलावर चन्नी

चर्चा के दौरान चन्नी ने मोदी सरकार की नीतियों पर तीखे हमले किए। उन्होंने विपक्षी सांसदों और किसानों के साथ हो रहे व्यवहार को आपातकाल की संज्ञा दी। इसके अलावा, खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल का नाम लिए बगैर कहा कि 20 लाख लोगों के प्रतिनिधि को बोलने का अवसर नहीं मिल रहा, यह भी आपातकाल है।

बिट्टू की तीखी प्रतिक्रिया

चन्नी के भाषण के दौरान बिट्टू ने भाजपा सरकार की नीतियों की तुलना अंग्रेजों से करने पर उनकी वफादारी पर सवाल उठाए। इससे नाराज होकर बिट्टू ने कहा कि उनके दादा (सरदार बेअंत सिंह) देश के लिए शहीद हुए, कांग्रेस के लिए नहीं। बिट्टू ने चन्नी पर भ्रष्टाचार के कई आरोप भी लगाए और वेल तक पहुंच गए।

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वेल में पहुंचे कई सांसद

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष और लुधियाना के सांसद अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने बिट्टू को चुनौती दी। इसके अलावा, कांग्रेस के दर्जनभर अन्य सांसद भी वेल में आ गए।

रक्षा मंत्री का हस्तक्षेप

स्थिति को बिगड़ता देख रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हस्तक्षेप कर बिट्टू को समझा-बुझाकर शांत किया। नेता विपक्ष राहुल गांधी भी अपने सांसदों को शांत करने की कोशिश में लगे रहे। पीठासीन पदाधिकारी संध्या राय ने तत्काल सदन को स्थगित कर दिया।

विवादित टिप्पणियों को हटाने की मांग

कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने मंत्री बिट्टू की चन्नी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियों का मामला उठाया और माफी की मांग की। राजनाथ सिंह ने दोनों पक्षों के कटु भाषणों को रिकॉर्ड से हटाने की मांग की।

स्पीकर की नसीहत

स्पीकर ओम बिरला ने सांसदों को नसीहत दी कि सदन की गरिमा को बनाए रखें। चन्नी ने किसानों के मुद्दे पर वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से नोकझोंक की, जिसमें गोयल ने चन्नी पर किसानों के मामले में गुमराह करने का आरोप लगाया।

नियमों का हवाला

स्पीकर ने चन्नी से उनकी बातों का प्रमाण मांगा, जिस पर तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंधोपाध्याय ने नियमों का हवाला दिया। हंगामे के बाद चन्नी को अपना भाषण खत्म करना पड़ा।

बिट्टू के गंभीर आरोप

मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने चरणजीत सिंह चन्नी पर लोकसभा में देशद्रोही की तरह व्यवहार करने का आरोप लगाया। बिट्टू के अनुसार, चन्नी ने कहा कि सरकार ने किसानों पर एनएसए लगाया है, जो सरासर झूठ है। उन्होंने चन्नी से उन किसान नेताओं के नाम बताने की चुनौती दी, जिन पर एनएसए के तहत कार्रवाई की गई है, पर चन्नी के पास कोई जवाब नहीं था।