उत्तराखंड के ऋषिकेश में एक होटल में ठहराए गए हिमाचल कांग्रेस के बागी और निर्दलीय विधायकों को किसी से मिलने की अनुमति नहीं दी जा रही है। होटल को चारों ओर से सील कर दिया गया है।
सीआरपीएफ होटल के भीतर तैनात है, जबकि बाहर उत्तराखंड पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। होटल के भीतर आने-जाने वालों की जांच की जा रही है। होटल की सुरक्षा अलग से है। होटल प्रबंधक को होटल में ठहरे और ठहरने वालों की सूची दी गई है। इस सूची में गाड़ियों के नंबर, नाम-पता, सब जानकारी है। होटल से बागी विधायकों को बाहर आने की भी अनुमति नहीं है।
सूत्र बताते हैं कि नामी होटल में छह कमरे बुक किए गए हैं। इनमें कांग्रेस के छह बागी, तीन निर्दलीय, भाजपा के दो विधायक के अलावा दो अन्य लोग इनके साथ हैं। यह भी बताया गया है कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी उनसे नहीं मिले हैं। इससे पहले जब ये चंडीगढ़ के एक निजी होटल में थे तो इनसे कांग्रेस और भाजपा के नेताओं का मिलना-जुलना लगा रहता था। ऐसे में इन विधायकों को शिफ्ट कर ऋषिकेश ले जाया गया है। इन बागी विधायकों को किस-किस के फोन आ रहे हैं। इस पर भी नजर रखी जा रही है।
उधर, हिमाचल प्रदेश में कभी भी लोकसभा चुनाव का बिगुल बज सकता है। भाजपा चुनाव की तैयारियों में जुटी है, जबकि कांग्रेस पार्टी के लिए कांग्रेस के बागी मुसीबत बने हुए हैं। पहले ये बागी चंडीगढ़ के एक निजी होटल में ठहरे थे। अब इनका स्थान बदला गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि इनसे कांग्रेस नेता न मिल सकें।
28 फरवरी के बाद हिमाचल नहीं लौटे बागी
क्रॉस वोटिंग के बाद ये बागी विधायक चंडीगढ़ चले गए। 28 फरवरी को विधायक हेलिकाप्टर से शिमला पहुंचे। सीआरपीएफ की सुरक्षा के बीच इन्हें विधानसभा पहुंचाया गया। यहां उपस्थिति दर्ज करने के बाद शाम को वापस चंडीगढ़ चले गए। शुक्रवार को ही इन्हें चंडीगढ़ से ऋषिकेश भेजा गया है।
प्रदेश की राजनीति में तूफान खड़ा करने वाले कांग्रेस के अयोग्य घोषित छह विधायक सुधीर शर्मा, राजेंद्र राणा, देवेंद्र भुट्टो, रवि ठाकुर, इंद्रदत्त लखनपाल, चैतन्य शर्मा और तीन निर्दलीय विधायक केएल ठाकुर, होशियार सिंह और आशीष शर्मा उत्तराखंड के ऋषिकेश के नामी होटल में ठहरे हुए हैं।
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