हरियाणा में लंबित 16 मांगों को लेकर रोडवेज कर्मचारी बुधवार सुबह चार बजे से हड़ताल पर बैठ गए। जिससे परिवहन सेवाएं बाधित हो गई है।
सोनीपत में मिला जुला असर
सोनीपत बस अड्डे पर रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल का मिला जुला असर देखने को मिला। कुछ रूटों पर बसों का संचालन हुआ, जबकि कुछ रूटों पर बसें नहीं चलीं। इससे यात्रियों को परेशानी हुई।
रोडवेज कर्मचारी यूनियन के सोनीपत डिपो प्रधान मनजीत पहल ने बताया कि हड़ताल के चलते सभी की छुट्टियां रद्द कर दी थी। परिवहन समिति की बसें व किलोमीटर स्कीम की बसें तड़के ही विभिन्न रूटों पर निकल गई थी। वहीं कई रूटों पर रोडवेज की बसें भी रवाना हुई हैं।
उन्होंने बताया कि सोनीपत डिपो व गोहाना सब डिपो में करीब 250 कर्मचारी कार्यरत हैं। गोहाना को छोड़ दें तो सोनीपत में करीब 50 कर्मचारी ही हड़ताल में शामिल हुए हैं।
गोहाना में रहा चक्का जाम
गोहाना सब डिपो में रोडवेज कर्मियों ने पूरी तरह चक्का जाम रखा। बस अड्डे में रोडवेज बसों के पहिये थमे रहे। जिसके चलते यात्रियों को निजी वाहनों पर निर्भर रहना पड़ा।
रोडवेज कर्मचारियों ने सुबह ही बस अड्डे में निजी बसों का प्रवेश बंद कर दिया था। रोडवेज यूनियन के नेताओं का कहना है कि सरकार उनकी लंबित मांगों को पूरा नहीं कर रही। जिसके चलते उन्होंने 24 जनवरी को एकदिवसीय चक्का जाम करने का आह्वान किया था।
इस मौके पर संजीव स्वामी, अशोक पांचाल, संदीप व अन्य रोडवेज कर्मी मौजूद रहे।
रोडवेज कर्मचारियों की मांगें
रोडवेज कर्मचारियों की लंबित मांगों में शामिल हैं:
- वेतन और भत्तों में वृद्धि
- पदोन्नति में आरक्षण
- अंशदायी पेंशन योजना लागू करना
- वेतन विसंगतियों को दूर करना
- कर्मचारियों के लिए आवास की व्यवस्था करना
- कर्मचारियों के लिए आवासीय योजनाओं में छूट
- कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना लागू करना
- कर्मचारियों के लिए ऋण योजनाएं शुरू करना
रोडवेज कर्मचारियों का कहना है कि सरकार उनकी लंबित मांगों को जल्द से जल्द पूरा करे। अन्यथा वे आंदोलन को और तेज करेंगे।
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