- राजू भाटी पर तीन राज्यों में लूट-डकैती सहित मर्डर के 30 से ज्यादा केस
फरीदाबाद : फरीदाबाद की नीमका जेल में बंद गैंगस्टर राजू भाटी की रविवार तड़के बादशाह खान सिविल अस्पताल में मौत हो गई। पेट में इन्फेक्शन की समस्या को लेकर उसका यहां 2 दिन से इलाज चल रहा था। गैंगस्टर भाटी पर विभिन्न राज्यों के थानों में 30 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। फरीदाबाद जेल में वह उम्रकैद की सजा काट रहा था। पुलिस के अनुसार राजू भाटी की जेल में तबीयत खराब हुई थी। 2 फरवरी को उसे फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने जांच कर उसके पेट में इन्फेक्शन बताया। तब से वह अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती था।
रविवार सुबह 2 बजे बिगड़ी राजू भाटी की तबीयत : रविवार की अल सुबह करीब 2 बजे उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। इमरजेंसी में तैनात डॉक्टरों ने कैदी वार्ड में जाकर राजू भाटी का चेकअप किया। फिर उसे इमरजेंसी में लेकर गए। वहां पर डॉक्टरों ने उसे इलाज देना शुरू किया। लेकिन, सुबह 4 बजकर 20 मिनट पर राजू भाटी ने दम तोड़ दिया।
राजू भाटी का पोस्टमॉर्टम जज की निगरानी में करवाया : गैंगस्टर की तबीयत बिगड़ने और उसके अस्पताल में भर्ती होने की सूचना पुलिस ने परिजनों को दे दी थी। वे शनिवार को ही फरीदाबाद पहुंच गए थे। रविवार सुबह उसकी मौत के बाद शव का पोस्टमॉर्टम जज की निगरानी में अस्पताल में किया गया। उसके बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया। पुलिस ने इस मामले में धारा 174 के तहत कार्रवाई शुरू की है।
गैंगस्टर राजू भाटी यूपी के मथुरा का रहने वाला था : 41 वर्षीय गैंगस्टर राजू भाटी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में हुसैनी शेरगढ़ गांव का निवासी था। उसने उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान और हरियाणा के कई जिलों में अपराधों को अंजाम दिया था। हरियाणा के पलवल और फरीदाबाद में भी उस पर लूट, डकैती, हत्या, गैंगस्टर एक्ट, आदि के तहत कुल 30 मुकदमे दर्ज थे। इन्हीं मामलों की सुनवाई के बाद कोर्ट ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई थी। फिलहाल वह करीब 8 साल से फरीदाबाद की नीमका जेल में बंद था।