प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर महादेव गेमिंग ऐप केस में बड़ा आरोप लगाया है। ईडी ने दावा किया है कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने अब तक भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपए का भुगतान किया है।
ईडी ने यह दावा असीम दास के बयान के आधार पर किया है। दास को महादेव ऐप के लिए पैसे का लेन-देन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। ईडी ने दास से पूछताछ में यह बात सामने आई है कि महादेव ऐप के प्रमोटरों ने भूपेश बघेल को नियमित रूप से भुगतान किया है।
ईडी ने यह भी बताया है कि वह इस मामले में आगे की जांच कर रही है।
ईडी ने कैसे कसा शिकंजा?
ईडी ने इस मामले में शिकंजा कसने के लिए कई तरीके अपनाए हैं। इनमें शामिल हैं:
- असीम दास की गिरफ्तारी: ईडी ने असीम दास को महादेव ऐप के लिए पैसे का लेन-देन करने के आरोप में गिरफ्तार किया। दास के बयान के आधार पर ईडी ने यह दावा किया है कि महादेव ऐप के प्रमोटरों ने भूपेश बघेल को नियमित रूप से भुगतान किया है।
- महादेव ऐप के प्रमोटरों की गिरफ्तारी: ईडी ने महादेव ऐप के प्रमोटरों की भी गिरफ्तारी की है। इन गिरफ्तारियों से ईडी को इस मामले में महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं।
- महादेव ऐप की संपत्तियों की जब्ती: ईडी ने महादेव ऐप की संपत्तियों को भी जब्त किया है। इन जब्तियों से ईडी को यह पता चला है कि महादेव ऐप ने कितने पैसे कमाए हैं।
इन उपायों से ईडी ने इस मामले में शिकंजा कस दिया है। अब यह देखना होगा कि ईडी की जांच में क्या नतीजे सामने आते हैं।
भूपेश बघेल का जवाब
ईडी के आरोपों पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि यह एक बड़ा मजाक है। उन्होंने कहा कि किसी की इज्जत उछालना आसान है। मुख्यमंत्री के खिलाफ किसी को मारपीट कर ऐसा बुलवा दो। इससे बड़ा मजाक क्या होगा।
बघेल ने कहा कि वह ईडी की जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि वह निर्दोष हैं और उनके खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं।
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