हरियाणा में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच गठबंधन की घोषणा हो गई है। इस समझौते के तहत, हरियाणा की 10 में से 9 सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी, जबकि 1 सीट (कुरुक्षेत्र) AAP को दी गई है। यह हरियाणा के इतिहास में पहली बार है जब कांग्रेस किसी अन्य पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ेगी।
भाजपा और AAP पहले भी गठबंधन में चुनाव लड़ चुके हैं। भाजपा ने इनेलो और हरियाणा जनहित कांग्रेस (HJC) के साथ भी गठबंधन किया है। 2019 में AAP ने जनता जननायक पार्टी (JJP) के साथ चुनाव लड़ा था।
यह गठबंधन कांग्रेस और AAP दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण होगा। AAP को पिछले लोकसभा चुनाव में हरियाणा की सभी 10 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। कुरुक्षेत्र सीट पर भी कांग्रेस की स्थिति मजबूत नहीं है। 2019 में BJP के नायब सिंह सैनी को 56% वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस को 24.7% वोट मिले थे।
गठबंधन का मुख्य उद्देश्य 2024 के विधानसभा चुनाव में BJP को हराना है। AAP का पूरा फोकस विधानसभा चुनाव पर है। पार्टी का मानना है कि यदि वह 1 सीट पर भी अच्छा प्रदर्शन करती है तो उसे विधानसभा चुनाव में फायदा होगा।
कुरुक्षेत्र सीट से चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस के 45 नेताओं ने आवेदन किया था। प्रमुख दावेदारों में सुनील शास्त्री, अशोक अरोड़ा, निर्मल सिंह और नवीन जिंदल शामिल थे। निर्मल सिंह 2019 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए थे। नवीन जिंदल इस बार भाजपा से चुनाव लड़ सकते हैं।