पानीपत में असंध रोड स्थित किसान भवन में प्रधानी को लेकर हुए विवाद में गिरफ्तार भाकियू के पूर्व प्रधान सोनू शहरमालपुर को बुधवार को अदालत से जमानत मिल गई।
मामले को देखते हुए किसान भवन में पुलिस तैनात कर दी गई है। पूर्व प्रधान का आरोप है कि वे किसानों की आवाज बुलंद कर रहे हैं, इसलिए उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।
किसान भवन में प्रधानी को लेकर विवाद जारी है। 19 नवंबर को बापौली में चुनाव कराकर सूरजभान को प्रधान घोषित किया गया था। वहीं, सोनू शहरमालपुर की ओर से जगपाल के ही प्रधान का दावा किया जा रहा है।
मंगलवार को प्रधान सूरजभान अपने समर्थकों संग किसान भवन पहुंचे थे। वहां उन्होंने हवन यज्ञ के बाद बैठक की थी। दोपहर बाद तीन बजे पूर्व प्रधान सोनू शहरमालपुर भी जगपाल व अन्य समर्थकों के साथ वहां पहुंचे।
दोनों पक्षों के बीच पहले कहासुनी हुई और फिर जमकर लाठी, डंडे व कुर्सियां चली। मारपीट में दोनों पक्षों से अनेक लोगों को चोट आई।
सूरजभान के बयान पर माडल टाउन थाना पुलिस ने पूर्व प्रधान सोनू, जगपाल सिंह सहित 13 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर सोनू को गिरफ्तार कर लिया था।
मॉडल टाउन थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रेखा ने बताया कि कानून किसी को भी हाथ में लेने की इजाजत नहीं है। मामले को देखते हुए किसान भवन में पुलिस बल तैनात किया गया है।
मारपीट के आरोप में गिरफ्तार पूर्व प्रधान सोनू को बुधवार को अदालत में पेश किया गया। जहां से उन्हें जमानत मिल गई। अन्य आरोपितों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
भाकियू के पूर्व प्रधान सोनू शहरमालपुर ने कोर्ट से जमानत के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वे किसानों के हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। इसलिए उन्हें जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। इसमें कुछ राजनीतिक लोगों का हाथ है।
उन्होंने कहा कि जब वे कोई शिकायत देते हैं तो पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है। दूसरे पक्ष के लोग झूठी शिकायत करते हैं तो उस पर भी उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाती है। लेकिन उन्हें न्यायालय पर पूरा भरोसा है।
- मारपीट के बाद किसान भवन में पुलिस तैनात कर दी गई है।
- पूर्व प्रधान सोनू शहरमालपुर का आरोप है कि उन्हें किसानों की आवाज बुलंद करने के लिए निशाना बनाया जा रहा है।
- अन्य आरोपितों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
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