पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) समेत अन्य मांगों को लेकर डटे किसानों का आंदोलन आज (1 मार्च) को 18वां दिन है।
शुभकरण सिंह की मौत के बाद किसानों ने दिल्ली कूच का फैसला 29 फरवरी तक के लिए टाल दिया था। 29 फरवरी को भी कोई नई घोषणा नहीं हुई। अब किसान आगे बढ़ने का फैसला शुभकरण के भोग के बाद ही लेंगे।
किसान नेता सरवन पंधेर और जगजीत डल्लेवाल ने कहा कि शुभकरण की आध्यात्मिक शांति के लिए 3 मार्च को अंतिम अरदास की जाएगी। जिसके बाद ही आगे बढ़ने का फैसला लिया जाएगा। शुभकरण का अंतिम संस्कार 29 फरवरी को किया गया था।
इसी बीच, सभी किसान संगठनों के फिर से एक मंच पर आने की संभावना बनने लगी है। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की 6 सदस्यीय समन्वय समिति ने दिल्ली कूच कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा से तालमेल करना शुरू कर दिया है।
अब पंधेर व डल्लेवाल ग्रुप के दोनों फोरम, संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा से भी 6 सदस्यीय समन्वय समिति बनेगी। कमेटी के नाम तय हैं। दोनों समिति की शुक्रवार को बैठक होगी।
किसान संघर्ष कमेटी के प्रदेश नेता सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि समन्वय समिति ने संपर्क किया है, बातचीत हुई है। इसलिए एसकेएम, केएमएम के दोनों से 6 सदस्यीय समन्वय समिति बना रहे हैं।
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