75वें गणतंत्र दिवस से जुड़ी सभी जरूरी बातें

26 जनवरी, 2024 को भारत ने अपना 75वां गणतंत्र दिवस मनाया। इस अवसर पर दिल्ली में भव्य समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में देश के प्रथम महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तिरंगा फहराया और परेड की सलामी ली।

मेहमान

इस साल गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों थे। उन्होंने समारोह में भाग लेने के लिए 25 जनवरी को दिल्ली पहुंचीं।

परेड में फ्रांस की 95 सदस्यीय मार्चिंग टीम और 33 सदस्यीय बैंड दल ने भी शिरकत की। भारतीय वायु सेना के विमानों के साथ एक मल्टी रोल टैंकर ट्रांसपोर्ट (एमआरटीटी) विमान और फ्रांसीसी वायुसेना के दो राफेल लड़ाकू जेट ने भी फ्लाई-पास्ट में हिस्सा लिया।

इस साल परेड में शामिल होने के लिए लगभग 13 हजार विशेष मेहमान आमंत्रित थे। ये वे लोग थे जिन्होंने सरकार की करीब 30 अहम योजनाओं का लाभ उठाया है। इसके अलावा पेटेंट हासिल करने वाले विशेषज्ञों, इसरो की महिला वैज्ञानिकों, स्वतंत्रता सेनानियों, किसानों और आदिवासी समुदाय के लोगों को भी निमंत्रण मिला।
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परेड का समय और स्थान

गणतंत्र दिवस परेड का समय सुबह 10:30 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच था। परेड का स्थान नई दिल्ली में कर्तव्य पथ से नेशनल स्टेडियम तक (कुल दूरी पांच किमी) था।

टिकट

कर्तव्य पथ पर परेड देखने के लिए 77 हजार सीटों की क्षमता है। इनमें से आम जनता के लिए 42 हजार सीट टिकटों के जरिये बुक की जाती हैं। आरक्षित सीटों के लिए 500 रुपये तो अनारक्षित के लिए 20 रुपये दाम हैं।

थीम

75वें गणतंत्र दिवस समारोह की थीम “विकसित भारत” और “भारत-लोकतंत्र की मातृका” थी। इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में दिखने वाली झांकियों से लेकर परेड और थीम तक के केंद्र में महिलाएं थीं।

मुख्य आकर्षण

गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य आकर्षणों में शामिल थे:

  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा तिरंगा फहराना
  • परेड की सलामी लेना
  • विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां
  • भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना की टुकड़ियों का प्रदर्शन
  • भारतीय वायु सेना का फ्लाई-पास्ट

गणतंत्र दिवस समारोह एक ऐतिहासिक अवसर था। यह भारत के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था और यह दिखाता है कि भारत एक विकसित और मजबूत लोकतंत्र है।