दिल्ली की सड़कें बनीं अखाड़ा, कब तक परेशान होंगे पहलवान

भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना बुधवार को चौथे दिन भी जारी रहा। देश के अटॉर्नी जनरल (एसजी) तुषार मेहता ने कहा कि डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने से पहले प्रारंभिक जांच करना बहुत जरूरी है.

दूसरी ओर, चौथे दिन की शुरुआत जंतर-मंतर की गलियों में पहलवानों की चहलकदमी से हुई। वह सुबह की सैर के लिए सूट में था। इस बीच, उन्होंने वहां प्रशिक्षण लिया और एक अस्थायी क्षेत्र के रूप में प्रशिक्षण भी लिया। वहां करीब 1 घंटे तक पहलवानों ने पसीना बहाया।

ओलम्पिक पहलवान बजरान पुनिया ने कहा, “हम शांतिपूर्वक विरोध करते हैं और हम यहां प्रशिक्षण भी लेते हैं। देश के लोगों ने हमें देश के लिए पदक जीतने की जिम्मेदारी दी है। क्या विरोध करना मना है या व्यायाम करते हैं क्योंकि उन्होंने प्राथमिकी दर्ज नहीं की है?

पूर्व सीएम हुड्डा बोले – मैं खिलाड़ियों के साथ पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने जंतर मंतर पहुंच कर कहा कि वो हमेशा खिलाड़ियों के साथ हैं. सरकार खिलाड़ियों की मांगों पर ध्यान दे. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा- खिलाड़ी देश का मान होते हैं। देश उन पर गर्व क्यों करता है? क्योंकि तमाम मुश्किलों के बावजूद अथक मेहनत और बहुत कुछ सहकर जब वे पदक जीतते हैं, तो उनकी जीत में हमारी जीत होती है, देश मुस्कुरा उठता है। महिला खिलाड़ियों की जीत बाकियों से बड़ी होती है।

वे देश की संसद के बगल की सड़क पर आँखों में आँसू लिए बैठी हैं। लंबे समय से चल रहे शोषण के खिलाफ उनकी शिकायत कोई सुन नहीं रहा। मजबूत बाजुओं, मगर भोले दिल की इन लड़कियों ने यकीन किया जब इनसे सरकार ने कहा कि जाँच होगी। मगर जाँच नहीं हुई। सजा का प्रश्न ही नहीं उठा। क्या सरकार दोषियों को बचाना चाहती है। किसका दबाव है दिल्ली पुलिस पर? क्यों इसी पुलिस द्वारा विपक्ष के नेताओं पर भारत जोड़ो यात्रा में किसी लड़की का दर्द सुनने पर पूछताछ की जाती है। मगर देश का मान बढ़ाने वाली खिलाड़ियों की गुहार अनसुनी कर दी जाती है। एक पार्टी और उसके नेताओं का घमंड जब आसमान चढ़ जाता है तब ऐसे ही आवाजों को कुचला जाता है। आइये अपनी इन बहनों का साथ दें। यह देश के मान की बात है।

28 अप्रैल को सुनवाई: 7 महिला रेसलर्स की याचिका पर सुनवाई करने के लिए सुप्रीम कोर्ट राजी हो गया है। कोर्ट ने कहा- ‘पहलवानों ने याचिका में यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। इन पर विचार किए जाने की जरूरत है।’ अब इस मामले में शुक्रवार यानी 28 अप्रैल को सुनवाई होगी। CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष और BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ अब तक FIR दर्ज नहीं करने को लेकर दिल्ली पुलिस को भी नोटिस जारी किया है। इसके अलावा, सुप्रीम कोर्ट ने 7 महिला शिकायतकर्ताओं के नाम ज्यूडिशियल रिकॉर्ड से हटाने के लिए कहा, ताकि इनकी पहचान सामने ना आए। 7 महिला रेसलर्स ने सोमवार को भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ FIR दर्ज करने के लिए याचिका दाखिल की थी।

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