हिसार के पीजी में रहती थी नीलम, सतलोक आश्रम की भी अनुयायी थी
दिल्ली पुलिस कर रही है मामले की जांच
संसद भवन में धुआं फैलाने वाली जींद के गांव घसो खुर्द निवासी नीलम के क्रांतिकारी विचारों का खुलासा हुआ है। नीलम हिसार के एक पीजी में रहकर पढ़ाई कर रही थी। उसने बीए, एमए, एमफिल, नेट, सीटेट और एचटेट पास किया हुआ है। वह फिलहाल हरियाणा सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही थी।
पीजी में रहने वाली युवतियों ने बताया कि नीलम क्रांतिकारी विचारों की थी। उसके कमरे में रखी कुछ किताबें भी इस ओर इशारा करती हैं। पुलिस प्रशासन ने हालांकि कुछ भी कहने से इन्कार किया है।
पीजी में रहने वाली युवतियों ने बताया कि नीलम सतलोक आश्रम संचालक रामपाल की भी अनुयायी थी। युवतियों का कहना है कि उसके पास रामपाल से संबंधित किताबें भी देखी थीं।
नीलम का पीजी में आने और जाने का कोई समय निर्धारित नहीं था। वह 25 नवंबर की सुबह पीजी आई थी और दोपहर बाद 2 बजे चली गई।
संयुक्त किसान मोर्चा नीलम के समर्थन में उतर आया है। उचाना के तहसील कार्यालय में मोर्चा की जिला इकाई की पंचायत में दाड़न, माजरा समेत अन्य खापों से जुड़ें नेता शामिल हुए और नीलम को तुरंत रिहा करने की मांग की।
जींद पुलिस नीलम के बारे में सभी प्रकार की जानकारी जुटा रही है। नीलम का किन-किन लोगों से संपर्क था और वह कहां पर आती-जाती थी, सभी प्रकार की जानकारी पुलिस हासिल कर रही है।
दिल्ली पुलिस कर रही है मामले की जांच
पूरे मामले की जांच दिल्ली पुलिस कर रही है। वीरवार शाम तक दिल्ली पुलिस ने जींद पुलिस से इस संबंध में संपर्क नहीं किया गया है। बुधवार दोपहर बाद संसद भवन में कुछ लोग घुस गए और स्मोक केन से रंगीन धुआं फैलाया था। संसद भवन की सुरक्षा में चूक होने पर सभी सांसद गुस्से में थे।
नीलम के बारे में पुलिस का कहना है कि वह कैसे दिल्ली पहुंची और संसद भवन में स्मॉग फैलाने वालों के संपर्क में आई, इसकी जांच जारी है। नीलम की मां सरस्वती को भी नहीं पता कि वह दिल्ली कैसे पहुंची। घरवालों को वह हिसार जाने की बात कहकर 25 नवंबर को निकली थी।
जींद पुलिस नीलम का पूरा रिकाॅर्ड खंगाल रही है। वह किस संगठन से जुड़ी हुई थी और किस-किससे बातचीत करती थी। गांव में कौन-कौन लोग उसके संपर्क में थे, इन सभी बिंदुओं की जांच पुलिस कर रही है।
जींद पुलिस के पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार ने कहा कि नीलम के बारे में सभी प्रकार की जानकारी जुटाई जा रही है। वह संसद में घुसने वाले लोगों के संपर्क में कैसे आई और उन्होंने यह योजना कैसे बनाई। इसके अलावा गांव में वह किस-किस के संपर्क में रहती थी व किस संगठन से जुड़ी हुई थी, इन सभी पहलुओं की जानकारी जुटाई जा रही है। मामले की जांच दिल्ली पुलिस कर रही है। फिलहाल दिल्ली पुलिस ने वीरवार शाम तक कोई संपर्क नहीं किया है।
नीलम के क्रांतिकारी विचारों का खुलासा होना एक चौंकाने वाला खुलासा है। यह देखना होगा कि पुलिस की जांच में क्या नतीजे सामने आते हैं।
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