5 नवंबर से विधानसभा सत्र, पंचायत चुनाव के लिए होगा खास, जानिए क्यों?

हरियाणा सरकार ने मॉनसून सत्र के दूसरे हिस्से का सत्र बुलाया है। 05 नवंबर से सत्र शुरु होगा जिसमें लंबित विधेयकों पर चर्चा होगी। यह सेशन पंचायत चुनाव के लिए विशेष हो सकता है।

इस विधानसभा सेशन में महिलाओं को 50 फीसदी कोटा देने के विधेयक को प्रस्तुत किया जाएगा। विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल, विधानसभा स्पीकर समेत आधा दर्जन विधायक कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, जिसके चलते सदन सिर्फ एक दिन ही चला था और उसमें कई महत्वपूर्ण विधेयक पास नहीं हो सके थे। लेकिन अब सरकार ने फिर से मॉनसून सत्र बुलाया है। वहीं, नए साल पर पंचायती चुनावों की शुरुआत होने की तैयारी है। चुनाव आयोग की तरफ से 24 फरवरी से पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी करने की तैयारी है। इसमें जिला परिषद, पंचायत समिति, पंच-सरपंचों के चुनाव शामिल हैं। प्रदेश के 22 जिलों की 22 जिला परिषद, 142 ब्लॉक समिति और 6205 पंचायतों के पंच-सरपंचों के लिए चुनाव होने हैं। इसके लिए चुनाव आयोग की तरफ से तैयारियां शुरु कर दी गई है।

वहीं प्रदेश में महिलाओं को पंचायती चुनाव में 50 फीसदी आरक्षण के चलते अब ड्रा की प्रक्रिया भी दोबारा करने की तैयारी है। पहले की सभी प्रक्रियाओं पर रोक लगा दी गई थी। राज्य सरकार इस एक्ट में बदलाव के लिए जल्द ही प्रक्रिया शुरु करने वाली है। प्रदेश में जिला परिषद के 416 सदस्यों, ब्लॉक समिति के करीब 3200 सदस्य और 6205 सरपंचों के लिए ईवीएम के जरिये मतदान होंगे।

वहीं करीब 62 हजार 466 पंचों के लिए मतदान बैलेट पेपर के जरिए होगा। राज्य चुनाव आयोग ने 20 जिलों के उपायुक्तों को 30 अक्टूबर तक मौजूदा वार्डबंदी के आधार पर सभी पंचायती राज संस्थाओं की मतदाता सूची तैयार करने का निर्देश दिया है। पानीपत और रोहतक में मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन 27 नवंबर को होगा।