फ्रांस के मार्सिले पहुंचकर पीएम मोदी ने वीर सावरकर को क्यों किया याद? जानिए खास वजह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय फ्रांस दौरे पर हैं, जहां उन्होंने मार्सिले पहुंचते ही स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करने के बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए वीर सावरकर के साहस और बलिदान को याद किया।
पीएम मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा,
“भारत की स्वतंत्रता की खोज में इस शहर का विशेष महत्व है। यहीं पर महान वीर सावरकर ने साहसपूर्वक भागने का प्रयास किया था। मैं मार्सिले के लोगों और उस समय के फ्रांसीसी कार्यकर्ताओं को भी धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मांग की थी कि उन्हें ब्रिटिश हिरासत में न सौंपा जाए। वीर सावरकर की बहादुरी आज भी पीढ़ियों को प्रेरित करती है!”
मार्सिले और वीर सावरकर का ऐतिहासिक संबंध
मार्सिले शहर का भारत की स्वतंत्रता संग्राम से एक विशेष संबंध है। 8 जुलाई 1910 को ब्रिटिश राज के खिलाफ लड़ रहे वीर सावरकर को अंग्रेज ब्रिटिश जहाज ‘मोरिया’ से भारत ले जा रहे थे, तभी उन्होंने फ्रांस के मार्सिले बंदरगाह पर भागने की कोशिश की।
- सावरकर ने जहाज के पोर्टहोल (छोटी खिड़की) से बाहर निकलकर समुद्र में छलांग लगा दी।
- वह तैरकर तट तक पहुंचने में सफल रहे।
- हालांकि, फ्रांसीसी अधिकारियों ने उन्हें पकड़ लिया और दोबारा ब्रिटिश पुलिस के हवाले कर दिया।
- इस घटना से ब्रिटेन और फ्रांस के बीच बड़ा कूटनीतिक विवाद भी खड़ा हो गया था।
- बाद में, वीर सावरकर को सेल्युलर जेल (अंडमान) में आजीवन कारावास की सजा दी गई।