kisaan aandolan 2  : शंभू बॉर्डर पर एक और पुलिसकर्मी की मौत, ईएसआई कौशल घग्गर नदी पर थे तैनात

Ravinder
ईएसआई कौशल कुमार की फाइल फोटो।
  • ड्यूटी पर अचानक तबीयत हुई खराब, यमुनानगर के रहने वाले

चंडीगढ़ : किसान आंदोलन में शंभू बॉर्डर पर तैनात एक और पुलिसकर्मी ईएसआई कौशल कुमार का निधन हो गया। ड्यूटी के दौरान अचानक कौशल कुमार की तबीयत खराब हुई, जिसके बाद उन्हें तुरंत अंबाला के सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

पुलिस महानिदेशक (DGP) शत्रुजीत कपूर ने उनकी मृत्यु पर शोक प्रकट किया है। इससे पहले पानीपत के सब इंस्पेक्टर (SI) हीरालाल (58) की आंसू गैस के धुएं में दम घुटने से मौत हो गई। हीरालाल पानीपत के समालखा में राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) में तैनात थे।

किसान आंदोलन के चलते उनकी ड्यूटी अंबाला रेलवे पुलिस में लगी हुई थी। हीरालाल 12 फरवरी को ही किसान आंदोलन के चलते अंबाला रेलवे पुलिस की नफरी में गए थे।

घग्गर नदी के पुल पर लगी थी ड्यूटी : ईएसआई कौशल कुमार की ड्यूटी किसान आंदोलन के दौरान घग्गर नदी के पास पुल के नीचे लगाई गई थी। वे 56 वर्ष के थे। वे जिला यमुनानगर में गांव कांजीवास के रहने वाले थे। अम्बाला अकाउंट ब्रांच में कार्यरत थे। उनकी मृत्यु के समाचार से हरियाणा पुलिस और उनके परिजनों में शोक का माहौल है। अपनी सर्विस के दौरान उन्होंने कई सराहनीय कार्य किए।

16 फरवरी को हुई थी हीरालाल की मौत : 16 फरवरी को शंभू बॉर्डर पर तैनात जीआरपी के सब-इंस्पेक्टर हीरालाल की भी अचानक तबीयत खराब होने से मृत्यु हो गई थी। किसान आंदोलन के दौरान हरियाणा पुलिस के यह दूसरे पुलिसकर्मी है जिनकी शंभू बॉर्डर पर ड्यूटी के दौरान मृत्यु हुई है। इन दोनो पुलिसकर्मियों की मृत्यु हरियाणा पुलिस के लिए बहुत ही दुखद है। वहीं हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर आंदोलन के दौरान गुरदासपुर के किसान ज्ञान सिंह की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो चुकी है। गत शनिवार को उनके पैतृक गांव चाचौकी में उनका अंतिम संस्कार किया गया। किसान संगठनों ने उन्हें किसान आंदोलन-2 के पहले शहीद का दर्जा देकर सम्मानित किया है।

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