Jharkhand :  चंपई सरकार ने हासिल किया विश्वास मत, पक्ष में 47, विरोध में 29 विधायक

  • भाजपा-झामुमो और निर्दलीय से एक-एक MLA गैरहाजिर

रांची : झारखंड में चंपई सोरेन सरकार ने विश्वास मत जीत लिया। 5 फरवरी को करीब 2 बजे हुई वोटिंग में पक्ष में 47 तो विपक्ष में 29 वोट पड़े। भाजपा, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का एक-एक विधायक और एक निर्दलीय गैरहाजिर रहे। वहीं निर्दलीय सरयू राय सदन में थे, लेकिन वोटिंग नहीं की। मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने विश्वास मत का प्रस्ताव पेश किया था। स्पीकर ने इस पर चर्चा के लिए एक घंटे 10 मिनट का समय निर्धारित किया था। इस दौरान मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, पूर्व सीएम हेमंत सोरेन, नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी, कांग्रेस नेता आलमगीर आलम और आजसू के सुदेश महतो ने बात रखी।

चंपई सरकार ने हासिल किया विश्वास मत

 

विधानसभा में चंपई सरकार ने विश्वास मत हासिल कर लिया है। विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 47 वोट पड़े। वहीं विपक्ष में 29 मत पड़े। इसके साथ ही विधानसभा की कार्यवाही 6 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दी गई।

विधानसभा में सरकार की स्थिति

  • कुल विधायक : 82
  • रिक्त : 1
  • बहुमत : 41
  • पक्ष में पड़े वोट : 47
  • विपक्ष में पड़े वोट : 29

23 मिनट तक बोले हेमंत, राज्यपाल को घेरा : 23 मिनट के भाषण में हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार और भाजपा को तीखे लहजे में जवाब दिया। कहा कि देश में पहली बार किसी मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया गया। लगता है इसमें राजभवन शामिल है। वे एक भी पेपर दिखा दें कि मैंने साढ़े 8 एकड़ जमीन हड़पी है तो राजनीति से संन्यास क्या, मैं झारखंड छोड़कर चला जाऊंगा। उन्होंने आगे कहा कि इन लोगों को ये अच्छा नहीं लग रहा कि एक आदिवासी सीएम BMW में कैसे चल रहा है। इनका बस चले तो ये हमें फिर से जंगल में भेज देंगे। हमारे पास बैठने से इनके कपड़े गंदे होते हैं। इसके जवाब में नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि राज्यपाल ने जो अभिभाषण दिया, वो मुख्यमंत्री ऑफिस (सीएमओ) से लिखकर आया था, न कि प्रधानमंत्री ऑफिस (पीएमओ) से। ये तो वहीं बात हुई ,चोर मचाए शोर।

सीएम चंपई बोले-हेमंत सोरेन के साथ भेदभाव हुआ: सीएम चंपई सोरेन ने कहा कि बहुत कुछ करना है। हेमंत सोरेन की सरकार के काम को आगे बढ़ाना है। अमीर और गरीब के बीच की खाई को कम करना है। केंद्रीय एजेंसी की भी एक पारदर्शिता होनी चाहिए। भेदभाव नहीं होना चाहिए, जो हेमंत सोरेन के साथ हुआ। एजेंसी अगर एक दल के लिए काम करेगी तो ये चिंता का विषय है।

हेमंत सोरेन ने ईडी-सीबीआई-आईटी को लेकर साधा निशाना

पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, ‘मुझे कोई गम नहीं कि मुझे आज ED ने पकड़ा है। झारखंड मुक्ति मोर्चा का उदय झारखंड के मान, सम्मान, स्वाभिमान को बचाने के लिए हुआ है और जो भी बुरी नजर डालेगा उसे हम मुंह तोड़ जवाब देंगे। मैं आंसू नहीं बहाऊंगा, आंसू वक्त के लिए रखूंगा, आप लोगों के लिए आंसू का कोई मोल नहीं।’ पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘यह झारखंड है, यह देश का एक ऐसा राज्य है जहां हर कोने में आदिवासी-दलित वर्गों से अनगिनत सिपाहियों ने अपनी कुर्बानी दी है। ED-CBI-IT जो देश की विशेष और काफी संवेदनशील व्यवस्थाएं कही जाती हैं… जहां करोड़ों रुपए डकार कर इनके सहयोगी विदेश में जा बैठे हैं, उनका एक बाल बांका करने की इनके पास औकात नहीं है। इनके पास औकात है तो देश के आदिवासी दलित-पिछड़ों और बेगुनाहों पर अत्याचार करना… अगर है हिम्मत तो सदन में कागज पटक कर दिखाए कि यह साढ़े 8 एकड़ की ज़मीन हेमंत सोरेन के नाम पर है, अगर हुआ तो मैं उस दिन राजनीति से अपना इस्तीफा दे दूंगा।’

पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने विधानसभा में संबोधन दिया। अपने संबोधन में हेमंत सोरेन ने कहा कि ’31 जनवरी की काली रात रही। देश के लोकतंत्र में यह काली रात जुड़ी। देश में पहली बार किसी मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी हुई। इस गिरफ्तारी में राजभवन भी शामिल रहा। जिस तरीके से यह घटना घटित हुई है। मैं बहुत आश्चर्यचकित हूं।’

‘हेमंत सरकार पार्ट-2 हैं हम’

सीएम चंपई सोरेन ने कहा ‘मैं गर्व से कहता हूं कि मैं हेमंत सोरेन का ही पार्ट-2 हूं।’ सीएम ने केंद्र सरकार पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया।

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