भारत और फ्रांस ने सोमवार को नई दिल्ली में द्विपक्षीय वार्ता की, जिसमें परमाणु, रासायनिक, जैविक हथियारों के प्रभाव क्षेत्र और अंतरिक्ष सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। वार्ता में सैन्य क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) सहित पारंपरिक और घातक हथियार प्रणालियों के बहुपक्षीय निर्यात पर नियंत्रण और निरस्त्रीकरण पर भी विचार-विमर्श किया गया।
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वार्ता में दोनों देशों ने हथियारों के निर्यात को नियंत्रित करने और निरस्त्रीकरण की दिशा में काम करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। एमईए ने कहा कि वार्ता “सकारात्मक और रचनात्मक” थी और इसने दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने में मदद की।
परमाणु, रासायनिक और जैविक हथियारों के प्रभाव क्षेत्र पर चर्चा अंतरिक्ष सुरक्षा पर विचार-विमर्श सैन्य क्षेत्र में एआई सहित पारंपरिक और घातक हथियार प्रणालियों के निर्यात पर नियंत्रण निरस्त्रीकरण
वार्ता का महत्व:
यह वार्ता भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। दोनों देशों ने हथियारों के निर्यात को नियंत्रित करने और निरस्त्रीकरण की दिशा में काम करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। यह वार्ता दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने में भी मदद करेगी।
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