Gohana : ड्यूटी से अपने घर जा रहे हेड कॉन्स्टेबल की छाती में गोली मारकर हत्या

हेड कांस्टेबल प्रमोद का फाइल फोटो।
  • रूखी गांव के पास सड़क किनारे खून से लथपथ मिला शव
  • बदमाश मृतक प्रमोद की कार और मोबाइल लेकर हुए फरार

गोहाना |  सोमवार रात (12 फरवरी) हेड कॉन्स्टेबल प्रमोद की गोली मारकर हत्या कर दी गई। रूखी गांव के पास उसका शव खून से लथपथ हालत में मिला। प्रमोद ड्यूटी करने के बाद जसिया गांव जा रहा था। रास्ते में बदमाशों ने उसकी छाती में गोली मार दी। इसके बाद बदमाश प्रमोद की कार और मोबाइल लेकर फरार हो गए। सूचना पाकर ACP सोमबीर, बरोदा थाना SHO रमेश चंद्र व फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू की। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धारा 302 IPC एवं 25-54-59 आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। शव को महिला मेडिकल कॉलेज खानपुर भिजवाया गया है।

मोहाना थाने में तैनात हेड कांस्टेबल प्रमोद का जीवन बड़ा संघर्ष भरा रहा। करीब 25 साल पहले प्रमोद के पिता जिले सिंह की मौत हो गई थी। उस वक्त प्रमोद महज 10 साल के थे। मां राजवती ने प्रमोद और उसके बड़े भाई बलराज को पाल पोसकर बड़ा किया। बलराज इस समय सेना में है, जबकि प्रमोद हरियाणा पुलिस में हेड कांस्टेबल था। प्रमोद की हत्या से हर कोई स्तब्ध है। गांव के सरपंच ओमप्रकाश हुड्डा ने बताया कि प्रमोद बेहद मिलनसार था। जब भी ड्यूटी के बाद गांव आता तो चौपाल में जरूर आता था। गांव के विकास कार्यों में रुचि रखता था। उसकी हत्या का किसी को विश्वास नहीं हो रहा है।

दो बच्चों के सिर से उठा पिता का साया : प्रमोद की मौत के बाद से पत्नी ज्योति और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। प्रमोद की हत्या से उसके दो बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है। प्रमोद का एक सात साल का बेटा रितिक और तीन साल की बेटी जन्नत है।

प्रमोद को गणतंत्र दिवस पर किया था सम्मानित

हेड कांस्टेबल प्रमोद को इसी साल गोहाना के धींगड़ा स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में सम्मानित किया गया था। प्रमोद हरियाणा पुलिस में 2008 के बैच में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुआ था। उसने भिवानी, कुंडली व मोहाना थाना में सेवाएं दी थीं। मौजूदा समय में वह दंगारोधक गोल्फ कंपनी में तैनात था।

4 साल पहले हुई थी 2 पुलिसकर्मियों की हत्या : 4 साल पहले सोनीपत के बरोदा थाना क्षेत्र में 2 पुलिस कर्मचारियों की हत्या हो गई थी। बुटाना पुलिस चौकी से गश्त पर निकले एसपीओ कप्तान व सिपाही रवींद्र की चौकी से 800 मीटर दूर तेजधार हथियार से हत्या कर दी गई। हालांकि बाद में पुलिस ने जींद में मुठभेड़ में एक बदमाश को मार गिराया था। मुठभेड़ में 2 इंस्पेक्टर सहित 4 पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे। एसपीओ कप्तान व सिपाही रविंद्र ने शराब पी रहे अमित व इसके साथियों को देख लिया था। दोनों ने आरोपियों को शराब पीने से मना किया तो बदमाशों ने तेजधार हथियार से हत्या कर दी। देर शाम पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी को लेकर रेड की। तभी आरोपियों ने पुलिस पर हमला कर दिया। पुलिस ने भी बचाव में गोली चलाई, जिसमें आरोपी अमित की मौत हो गई। जबकि संदीप को पकड़ लिया गया। आरोपी अमित जो मारा गया, यह अपराधी था।