Farmers Protest News: दिल्ली चलो नारे के साथ किसानों ने मांगे MSP गारंटी और अन्य कई मांगें, और इस आंदोलन में अब तक सुलह की राह नहीं है। आने वाले मार्च के बीच चुनाव आयोग की घोषणा होने के बाद और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लाखों निवासियों को तकलीफ हो सकती है, क्योंकि किसानों ने नेशनल हाईवे ब्लॉक कर दिया है।
मामूली तरीके से, किसान आंदोलन में पंजाब के किसानों की संख्या अधिक है, और इससे यह प्रश्न उत्पन्न होता है कि भारत का पेट आखिरकार कौन भरता है? इस लेख में, हम कुछ आंकड़ों के माध्यम से इस सवाल पर प्रकाश डालते हैं और दिखाते हैं कि पंजाब के किसानों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, लेकिन उनका योगदान सिर्फ एक हिस्सा है।
गेहूं पैदा करने में प्रमुख योगदान
पंजाब देश के तीसरे सबसे बड़े गेहूं उत्पादक राज्य में है और यह देश को गेहूं में आत्मनिर्भर बनाने का नेतृत्व करता है। इसमें भारत की गेहूं की पैदावार का 12% हिस्सा शामिल है।
चावल का उत्पादन
पंजाब ने भारत को चावल में आत्मनिर्भर बनाने का महत्वपूर्ण योगदान दिया है। 1970 के दशक में हुई हरित क्रांति के बाद, पंजाब ने देश को चावल उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने का नेतृत्व किया।
सब्जी उत्पादन
भारत में सब्जी का उत्पादन में भी पंजाब एक महत्वपूर्ण योगदान करता है, लेकिन इसमें यह पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और गुजरात के पीछे है।
बागवानी और फलों का उत्पादन
इसमें पंजाब का स्थान आपको देश के शीर्ष राज्यों में नहीं मिलेगा। बागवानी में इसका योगदान सामान्य है और इसका उत्पादन देशभर के कुछ अन्य राज्यों में भी होता है।
महत्वपूर्ण योगदान
पंजाब का योगदान महत्वपूर्ण है।