किसान आंदोलन में हुई हिंसक घटनाओं ने किसान नेताओं को चिंतित कर दिया है। खासकर खनौरी बॉर्डर पर हुई घटना के बाद शंभू बॉर्डर पर तैनात किसान नेता और जत्थेबंदियां शांति बनाए रखने पर ज़ोर दे रहे हैं। युवाओं को धैर्य रखने की सलाह दी जा रही है।
घायल किसानों को नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है और एमएलआर (मेडिको लीगल रिपोर्ट) बनवाई जा रही है। किसान नेता इन एमएलआर के आधार पर हरियाणा पुलिस के खिलाफ केस दर्ज कराने की योजना बना रहे हैं। यह तय किया जाना बाकी है कि केस पंजाब में ही दर्ज होंगे या कहीं और।
13 फरवरी से अब तक शंभू और खनौरी बॉर्डर पर कुल 125 प्रदर्शनकारी किसान घायल हुए हैं। इनमें से 24 गंभीर रूप से घायल हैं। तीन किसानों की आंखों को नुकसान पहुंचा है और 12 किसानों को पैलेट इंजरी हुई है।
बुधवार को खनौरी बॉर्डर पर हुई पुलिस कार्रवाई के बाद शंभू बॉर्डर पर किसानों में आक्रोश दिखाई दिया। किसान नेता युवाओं को समझाते रहे कि खनौरी में शहीद हुआ किसान भी उनका बेटा था और वे नहीं चाहते कि अब कोई और शहीद हो।
किसान नेता रणजीत राजू ने कहा कि शहीद युवा की मौत ने किसानों को आक्रोशित किया है, लेकिन आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से जारी रहेगा। युवाओं को समझाया जा रहा है और वे जत्थेबंदियों के निर्देश पर ही आगे बढ़ेंगे।