Excise Policy Scam: दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) की याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट के एक न्यायाधीश ने सुनवाई से खुद को अलग कर लिया है। न्यायमूर्ति खन्ना ने बताया कि व्यक्तिगत कारणों की वजह से उन्होंने यह निर्णय लिया है। पढ़िए, पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के मामले में और क्या अपडेट है।
सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में बड़ा बदलाव
सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति संजय कुमार ने गुरुवार को मनीष सिसोदिया की याचिकाओं पर सुनवाई से खुद को अलग कर लिया। सिसोदिया ने अपनी जमानत याचिकाओं को पुनर्जीवित करने की मांग की थी, जो आबकारी नीति घोटाला मामलों से संबंधित थीं।
न्यायमूर्ति खन्ना की टिप्पणी
न्यायमूर्ति संजीव खन्ना, संजय करोल और संजय कुमार की पीठ ने कहा कि एक अन्य पीठ, जिसमें न्यायमूर्ति कुमार शामिल नहीं होंगे, अब इस मामले पर विचार करेगी। न्यायमूर्ति खन्ना ने बताया कि न्यायमूर्ति कुमार व्यक्तिगत कारणों से इस मामले की सुनवाई नहीं करना चाहते।
सिसोदिया के वकील का अनुरोध
सिसोदिया के वकील, वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक सिंघवी ने पीठ से मामले को तत्काल सूचीबद्ध करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि समय बहुत महत्वपूर्ण है और अभी तक दोनों मामलों में सुनवाई शुरू नहीं हुई है।
अदालत का निर्णय
पीठ ने कहा कि दूसरी पीठ 15 जुलाई को इस मामले पर विचार करेगी। चार जून को शीर्ष अदालत ने सिसोदिया की जमानत याचिकाओं पर विचार करने से इंकार कर दिया था।
गिरफ्तारी और इस्तीफा
आबकारी नीति घोटाले में कथित भूमिका के लिए 26 फरवरी, 2023 को सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया था। नौ मार्च, 2023 को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उन्हें गिरफ्तार किया। 28 फरवरी, 2023 को सिसोदिया ने दिल्ली कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था।