दिव्या पाहुजा हत्याकांड: फरारी में आरोपियों ने उड़ाए आठ लाख, अभिजीत की कहानी दोहराई

हरियाणा की राजधानी गुरुग्राम में मॉडल दिव्या पाहुजा की हत्या के मामले में पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों बलराज गिल और रवि बंगा को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपियों को सोमवार को सीआईए सेक्टर 17 की सेल में पुलिस रिमांड में भेजा गया। रिमांड के दौरान दोनों आरोपियों का आमना-सामना कराया गया। दोनों आरोपियों ने अपनी फरारी के दौरान आठ लाख रुपये खर्च करने की बात कबूल की है।

पुलिस के मुताबिक, बलराज गिल और रवि बंगा ने दिव्या पाहुजा की हत्या के बाद फरारी के दौरान आठ लाख रुपये खर्च किए। इनमें से करीब दो लाख रुपये बलराज गिल के पास एयरपोर्ट से गिरफ्तारी के दौरान मिले थे। शेष राशि रवि बंगा के पास है।

बलराज गिल ने पुलिस को बताया कि उसे दिव्या पाहुजा के प्रेमी अभिजीत सिंह ने 10 लाख रुपये और एक गाड़ी दी थी। इसके बाद उसने अपने एक अन्य साथी रवि बंगा के साथ मिलकर दिव्या पाहुजा की हत्या कर दी। इसके बाद दोनों आरोपी दिव्या के शव को ठिकाने लगाने के लिए पंजाब चले गए।

बलराज गिल ने पुलिस को बताया कि दोनों आरोपियों ने दिव्या पाहुजा की हत्या के बाद पंजाब के पटियाला जिले में एक नहर में शव को फेंक दिया। पुलिस ने इस नहर की तलाशी ली, लेकिन शव नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने दोनों आरोपियों से पूछताछ की तो पता चला कि दोनों आरोपी फरारी के दौरान कई शहरों में घूमे। उन्होंने इस दौरान होटल में ठहरने, खाने-पीने और अन्य खर्चों पर आठ लाख रुपये खर्च कर दिए।

इस मामले में पुलिस ने पहले ही अभिजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। अभिजीत सिंह ने पुलिस को बताया था कि उसने दिव्या पाहुजा की हत्या बलराज गिल और रवि बंगा से कराई थी।

दिव्या पाहुजा की बहन नैना पाहुजा ने पुलिस की लापरवाही का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि जब वह दिव्या की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने गई थी तो पुलिस ने उसे टरका दिया था। नैना पाहुजा ने कहा कि अगर पुलिस पहले ही अपना काम ठीक से करती तो पुलिस को दिव्या के शव को तलाशने में इतना परेशान नहीं होना पड़ता।