लॉरेंस बिश्नोई इंटरव्यू केस में फंसे बर्खास्त DSP गुरशेर सिंह, भगोड़ा करार देने की तैयारी
लॉरेंस बिश्नोई के विवादित इंटरव्यू मामले में पंजाब पुलिस के उपाधीक्षक (DSP) गुरशेर सिंह संधू को बर्खास्त कर दिया गया है। पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के निर्देश पर उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया है। गृह सचिव गुरकीरत किरपाल सिंह द्वारा 2 जनवरी को जारी आदेश में उन्हें संविधान के अनुच्छेद 311 के तहत सेवा से हटा दिया गया। अब उन्हें भगोड़ा घोषित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
बर्खास्तगी का कारण
गुरशेर सिंह पर आरोप है कि उन्होंने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को सीआईए, खरड़ की हिरासत में इंटरव्यू देने की सुविधा दी। इस लापरवाही ने पंजाब पुलिस की छवि को गंभीर नुकसान पहुंचाया। हाई कोर्ट के निर्देश पर गठित एसआईटी ने उनकी संलिप्तता की पुष्टि की, जिसके बाद सरकार ने कड़ी कार्रवाई की।
लॉरेंस बिश्नोई इंटरव्यू मामला
मार्च 2023 में एक निजी चैनल पर लॉरेंस बिश्नोई का वीडियो इंटरव्यू प्रसारित हुआ था। उस समय वह खरड़ में पुलिस हिरासत में था। बिश्नोई सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का भी मुख्य आरोपी है। हाई कोर्ट के आदेश पर पहले छोटे अधिकारियों पर कार्रवाई हो रही थी, लेकिन बाद में डीएसपी गुरशेर सिंह की भूमिका की जांच हुई।
कौन हैं गुरशेर सिंह संधू?
गुरशेर सिंह पंजाब के जालंधर से हैं और 2016 बैच के पंजाब पुलिस सेवा (PPS) के अधिकारी हैं। इससे पहले वे BSF में असिस्टेंट कमांडेंट थे। पुलिस सेवा में रहते हुए उन्होंने एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में ख्याति अर्जित की। वह मोहाली और फतेहगढ़ साहिब में विभिन्न पदों पर तैनात रहे।
लुकआउट नोटिस और भगोड़ा घोषित करने की तैयारी
गुरशेर सिंह पर भ्रष्टाचार और जालसाजी के आरोप भी हैं। उनकी बर्खास्तगी के बाद से वे फरार हैं, और संभावना है कि वह विदेश भाग चुके हैं। पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। अक्टूबर 2023 से उनकी कोई जानकारी नहीं है। राज्यपाल की मंजूरी के बाद अब उन्हें भगोड़ा घोषित किया जा सकता है।