गोवा के मडगांव शहर के पास एक गांव में शिवाजी महाराज की मूर्ति स्थापित करने को लेकर सोमवार को दो गुटों के बीच तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। एक गुट ने मूर्ति स्थापित करने पर आपत्ति जताई, जिसके बाद पुलिसबलों को तैनात किया गया।
394वीं जयंती पर हुआ विवाद:
यह घटना छत्रपति शिवाजी महाराज की 394वीं जयंती के अवसर पर रविवार को हुई। साओ जोस डे एरियाल गांव में मूर्ति स्थापित करने के बाद दो गुटों के बीच झड़प हो गई। पुलिस अधीक्षक सुनीता सावंत ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है और गांव में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।
मंत्री का आरोप:
गोवा के समाज कल्याण मंत्री सुभाष फल देसाई ने रविवार को गांव का दौरा किया। उन्होंने कहा कि मूर्ति को एक निजी भूमि पर स्थापित किया गया है और सभी आवश्यक अनुमतियां प्राप्त की गई थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक बल स्थानीय लोगों को इस मुद्दे पर भड़का रहे हैं।
भाजपा नेता का बयान:
सोशल मीडिया पर भाजपा नेता सवियो रोड्रिग्स ने कहा, “एक भारतीय ईसाई होने के नाते, मैं छत्रपति शिवाजी के योगदानों का सम्मान करता हूं। यह निराशाजनक है कि कुछ लोग उनकी मातृभूमि के लिए उनके बलिदान को अपनी सांप्रदायिक राजनीति के लिए विवाद का मुद्दा बना रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा कि शिवाजी एक कट्टर देशभक्त थे और सभी भारतीयों को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।
स्थिति अभी भी तनावपूर्ण:
हालांकि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में बताया है, लेकिन गांव में अभी भी तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। पुलिस दोनों पक्षों पर नजर रख रही है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए तैयार है।
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