रोहतक: ओमैक्स सिटी में चार सिलेंडरों और एसी कंप्रेसर में धमाका, छह फ्लैट जलकर खाक

रोहतक: ओमैक्स सिटी में चार सिलेंडरों और एसी कंप्रेसर में धमाका, छह फ्लैट जलकर खाक

शुक्रवार दोपहर रोहतक की ओमैक्स सिटी में एक बड़ा हादसा हुआ। फ्लैट नंबर 527 में चार सिलेंडरों और एसी कंप्रेसर में ब्लास्ट के कारण आग लग गई, जिसने आसपास के छह फ्लैट्स को अपनी चपेट में ले लिया। घटना के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया।

राहत और बचाव कार्य

आग लगने की सूचना मिलते ही उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा और एसडीएम आशीष कुमार मौके पर पहुंचे। स्थानीय निवासियों ने भी अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास किया। दमकल विभाग की आठ गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और तीन घंटे की मशक्कत के बाद शाम करीब साढ़े छह बजे आग पर काबू पाया गया। हादसे में फ्लैट्स में रखा सारा सामान जलकर खाक हो गया, लेकिन गनीमत यह रही कि कोई जनहानि नहीं हुई।

घटना का कारण

ओमैक्स सिटी सोसाइटी के मैनेजर तरुण के मुताबिक, ब्लास्ट फ्लैट नंबर 527 ग्राउंड फ्लोर पर हुआ, जो किराए पर दिया गया था। यह फ्लैट शुक्रवार को खाली था क्योंकि इसका किराएदार राजेश दुआ परिवार सहित दिल्ली गया हुआ था। आग ने आसपास के फ्लैट्स को भी अपनी चपेट में ले लिया, जिसमें फ्लैट नंबर 535 और 536 के ग्राउंड और प्रथम फ्लोर शामिल थे।

बच्चों की जान बचाने में नितिन बना हीरो

घटना के दौरान सोसाइटी के अकाउंटेंट नितिन ने अपनी जान जोखिम में डालकर तीन बच्चों को बचाया। आग लगने पर एक किशोरी ने उनसे मदद मांगी, यह बताते हुए कि उसके भाई-बहन फ्लैट में फंसे हुए हैं। नितिन ने तुरंत बिजली कनेक्शन काटे और बच्चों को बचाने के लिए आग की लपटों में घुस गए। उन्होंने दो बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला लेकिन इस दौरान वह बुरी तरह झुलस गए।

नितिन का साहसिक प्रयास

नितिन को पीजीआई के ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने आग लगे फ्लैट का दरवाजा खोला, तो सिलेंडर में दोबारा ब्लास्ट हो गया, जिससे वह दूर जाकर गिरे। इस हादसे में उनके सिर और हाथ झुलस गए।