यूपी: बेटी की हत्या के आरोप में पिता और भाई ने काटी जेल, मिली जिंदा; पुलिस जांच पर उठे सवाल
उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में एक ऐसा मामला सामने आया जिसने पुलिस प्रशासन और न्याय प्रक्रिया पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस बेटी की हत्या के आरोप में पिता और भाई को दो महीने जेल में रहना पड़ा, वह लड़की बिहार के बगहा क्षेत्र में जिंदा मिली है। इस घटना के खुलासे के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है।
क्या है पूरा मामला?
घटना घुघली थाना क्षेत्र के पोखरभिंडा गांव की है।
- 21 जून 2023: संजय दुसाध नामक व्यक्ति ने अपनी बेटी के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराई।
- उसने गांव के तीन लोगों पर बेटी को अगवा करने का आरोप लगाया।
- इसी दौरान पुलिस को नहर से एक लड़की का शव मिला, जिसे लापता लड़की बताकर पिता और भाई को हत्या के आरोप में जेल भेज दिया गया।
- जिन तीन लोगों पर अपहरण का आरोप था, उन्हें पुलिस ने अपनी जांच में बरी कर दिया।
जिंदा मिली बेटी
हाईकोर्ट से जमानत पर रिहा होने के बाद संजय और उनके बेटे ने अपनी बेटी की तलाश शुरू की। काफी प्रयासों के बाद उनकी बेटी बिहार के बगहा क्षेत्र के कैलाश नगर मोहल्ले में मिली।
- संजय ने बेटी के साथ जिला जज के न्यायालय में उपस्थित होकर बयान दर्ज कराया।
- लड़की ने शपथपत्र के जरिए खुद को जिंदा होने का दावा किया।
पुलिस पर लगे गंभीर आरोप
- संजय दुसाध के वकील सोमनाथ चौरसिया ने कहा कि पुलिस ने जबरन शव की पहचान करवाई और इसे हत्या का मामला बना दिया।
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नहर से मिली लड़की की उम्र 22 वर्ष बताई गई थी, जबकि गुमशुदगी रिपोर्ट में लड़की की उम्र 13 वर्ष दर्ज थी।
- इन तथ्यों को अनदेखा करते हुए पुलिस ने गलत निष्कर्ष निकाला।
पुलिस का बयान
महराजगंज के पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीना ने कहा कि यदि ऐसा कोई मामला सामने आया है तो इसकी गहन जांच कराई जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई होगी।