रेसलिंग कैंप में कोरोना की एंट्री से शुरू हुआ विवाद

कोरोना का कहर जारी है और अब इसकी एंट्री रेसलिंग कैंप में भी हो गई है। तीन पहलवान कोरोना पॉजिटिव मिले हैं जिसके बाद कैंप को चलाया जाए या नहीं इस पर विवाद शुरू हो गया है।

दरअसल, रेसलिंग कैंप में शामिल सभी पहलवानों और सपोर्ट स्टाफ का कोरोना टेस्ट किया गया है। साईं के अनुसार जिन तीन सीनियर पुरूष पहलवानों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है उनमें ओलंपिक दल में शामिल पूनिया (86 किग्रा) के अलावा नवीन (65 किग्रा) और कृष्ण (125 किग्रा) शामिल हैं। राष्ट्रीय कुश्ती कैंप की शुरुआत एक सितंबर से हुई थी। कैंप में पहुंचने वाले पहलवानों व स्टाफ को क्वारंटाइन किया गया है और कैंप में सभी पहलवानों को पहले से ही अलग-अलग रखा गया है।

एक कमरे में एक ही पहलवान रह रहा है। बुधवार को सभी का कोरोना टेस्ट हुआ था। इसकी रिपोर्ट गुरुवार को आई तो दीपक पूनिया, कृष्ण सरोहा और नवीन संक्रमित मिले।

लेकिन अब विवाद इस बात का है कि कैंप जारी रहेगा या नहीं। साई ने अपने बयान में बताया कि कैंप जारी रहेगा, उन पहलवानो के साथ जो ठीक हैं। पॉजिटिव रिजल्ट वाले पहलवानो को हमने साई के पैनल वाले अस्पताल में शिफ्ट कर दिया है।

वहीं एक वरिष्ठ पहलवान ने नाम ना छापने की शर्त पर कहा कि महासंघ को SAI से बात करनी चाहिए और शिविर को तुरंत स्थगित कर देना चाहिए। उन्होंने हमें जोखिम में डाल दिया है। हर कोई इतनी जल्दी शिविर शुरू करने के बारे में इतना पागल क्यों हो रहा है? क्या जल्दी है? इस साल हम कौन सा टूर्नामेंट खेल रहे हैं? यह (राष्ट्रीय शिविर) बैकफायर पर जा रहा है। बेहतर होगा कि इसे तुरंत स्थगित कर दें। अस्पताल में एडमिट : वर्ल्ड चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने के बाद दीपक पूनिया ने टोक्यो ओलंपिक के लिए स्थान पक्का किया था। उन्हें एहतियात के तौर पर साईं के पैनल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तीनों पहलवानों का पहुंचने पर परीक्षण किया गया जो खेल गतिविधियों की बहाली के लिए साईं की मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) में अनिवार्य है।