संसद में बढ़ा तनाव: राहुल नीली टी-शर्ट में, प्रियंका नीली साड़ी में; आंबेडकर के बयान पर विपक्ष हमलावर

संसद में बढ़ा तनाव: राहुल नीली टी-शर्ट में, प्रियंका नीली साड़ी में; आंबेडकर के बयान पर विपक्ष हमलावर

संसद के शीतकालीन सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच लगातार टकराव देखने को मिल रहा है। खासकर बाबा साहेब आंबेडकर पर गृह मंत्री अमित शाह के बयान को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इस मुद्दे पर बुधवार को विपक्ष ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान राहुल गांधी नीली टी-शर्ट में नजर आए, वहीं प्रियंका गांधी नीली साड़ी पहनकर पहुंचीं। नीला रंग दलित प्रतिरोध और आंबेडकर के विचारों का प्रतीक माना जाता है, जिससे यह प्रदर्शन और ज्यादा चर्चा में आ गया।


प्रियंका गांधी का तीखा वार

प्रदर्शन के दौरान प्रियंका गांधी ने मीडिया से बात करते हुए भाजपा पर आंबेडकर के अपमान का आरोप लगाया। उन्होंने कहा,
“संसद में इन्होंने बाबा साहेब का अपमान किया। इनके सोशल मीडिया पोस्ट देखिए, बाबा साहेब की तस्वीर के साथ छेड़छाड़ की गई। यह वही मानसिकता है, जो उनकी मूर्तियों को नुकसान पहुंचाती है। इनसे कौन भरोसा करेगा?”

प्रियंका गांधी ने भाजपा पर आरक्षण खत्म करने और संविधान बदलने की साजिश रचने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा,
“ये कहते हैं कि संविधान के प्रति सम्मान है, लेकिन इनके कृत्य कुछ और ही कहानी कहते हैं। बाबा साहेब ने जो संविधान बनाया, उस पर हमला करना भाजपा की असल मंशा दिखाता है।”

 

कैसे शुरू हुआ विवाद?

विवाद की शुरुआत राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह के एक बयान से हुई, जिसमें उन्होंने कांग्रेस पर आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया। शाह ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा आंबेडकर को किनारे करने की कोशिश की और उनकी उपलब्धियों को नजरअंदाज किया।

अमित शाह के इस बयान के बाद कांग्रेस ने इसे बाबा साहेब का अपमान बताते हुए तीखा विरोध जताया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अमित शाह को बर्खास्त करने की मांग तक कर दी।

 

अमित शाह ने दी सफाई

विवाद बढ़ने के बाद अमित शाह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि उनके बयान को जानबूझकर गलत संदर्भ में पेश किया गया। शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा,
“कांग्रेस ने मेरे बयान का एक हिस्सा काटकर जनता को गुमराह करने का प्रयास किया है। यह उनकी पुरानी आदत है। जनता के सामने तथ्य प्रस्तुत किए जाने चाहिए।”

 

राहुल गांधी और प्रियंका की ‘नीली डिप्लोमेसी’

नीला रंग, जिसे आंबेडकर के सिद्धांतों और दलित समाज का प्रतीक माना जाता है, राहुल और प्रियंका के कपड़ों में प्रमुख रूप से दिखा। इसे एक प्रतीकात्मक विरोध के रूप में देखा जा रहा है।

  • राहुल गांधी: नीली टी-शर्ट पहनकर संसद परिसर में सक्रिय नजर आए।
  • प्रियंका गांधी: नीली साड़ी पहनकर संसद पहुंचीं और भाजपा पर जमकर निशाना साधा।

इस रंग ने प्रदर्शन को और ज्यादा सुर्खियां दिलाईं और सोशल मीडिया पर यह तस्वीरें वायरल हो गईं।