Russia Elections 2024: रूस में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। रूस के लोग मतदान 15 से 17 मार्च तक होने वाले मतदान में हिस्सा लेंगे। इसके लिए केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में स्थित रूसी वाणिज्य दूतावास में भी मतदान हुआ। यहां भारत आए हुए रूसी पर्यटकों और केरल के विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र और बेंगलुरु के इसरो सहित भारत के अन्य संस्थानों में काम करने वाले रशियन लोगों के लिए विशेष मतदान केंद्र बनाया गया है।
पुतिन के खिलाफ तीन उम्मीदवार चुनावी मैदान में….
पुतिन के खिलाफ कुल तीन उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे हैं। लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के लियोनिद स्लटस्की, न्यू पीपल पार्टी के व्लादिस्लाव दावानकोव और कम्युनिस्ट पार्टी के निकोले खारितोनोव हैं, जो पुतिन के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. माना जाता है कि तीनों व्यक्ति संतोषजनक रूप से क्रेमलिन समर्थक हैं और कोई भी यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई के खिलाफ नहीं है।
व्लादिमीर पुतिन इस बार फिर से जीत संभव
वहीं बताया जा रहा है कि कहा जा रहा है कि व्लादिमीर पुतिन इस बार फिर से जीत सकते हैं। उनके दोबारा चुने जाने से उनका शासन कम से कम 2030 तक बढ़ जाएगा। 2020 में संवैधानिक बदलावों के बाद, वह फिर से चुनाव लड़ सकेंगे और संभावित रूप से 2036 तक सत्ता में बने रहेंगे।
निर्दलीय चुनाव लड़ रहे पुतिन
वहीं, 71 साल के पुतिन निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. लेकिन रूस की राजनीतिक व्यवस्था पर उनका पूरा नियंत्रण है. पुतिन को चुनौती दे सकने वाले उनके प्रमुख आलोचक या तो जेल में हैं या विदेश में रह रहे हैं. बदा दें, पुतिन ने 2012 में यूनाइटेड रशिया पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था. लेकिन 2018 में वे निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतरे थे।
पुतिन की लोकप्रियता की रेटिंग लगभग 80 प्रतिशत है और वह यूनाइटेड रशिया की तुलना में कहीं अधिक लोकप्रिय हैं. केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने रूस के सभी 89 क्षेत्रों से पुतिन के अभियान द्वारा एकत्र किए गए 3,15,000 हस्ताक्षरों की समीक्षा के बाद राष्ट्रपति को उम्मीदवार के तौर पर औपचारिक मान्यता दी है. रूसी चुनाव कानून के अनुसार, कम से कम 300,000 हस्ताक्षर के बाद ही स्वतंत्र उम्मीदवारों का नाम मतपत्र पर आ सकता है.